अवैध ठेके पर एक्शन न लेने का इनाम एक्सटेंशन
इनाम असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी को दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 के प्लॉट नंबर-367 में राजनीतिक संरक्षण से चल रहे अवैध शराब ठेके पर एक्शन न लेने का इनाम असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी को दिया जा रहा है। चौधरी की एक्साइज डिपार्टमेंट में चौथी बार एक्सटेंशन की जा रही है। एईटीसी चौधरी को लगातार चौथी बार एक्सटेंशन देने के लिए प्रशासन ने अपनी कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है। राजनीतिक दबाव के चलते चंडीगढ़ प्रशासन के अफसर अवैध शराब ठेके पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं। इसके एवज में एक्साइज डिपार्टमेंट के एईटीसी चौधरी को एक्सटेंशन दी जा रही है, ताकि वे चंडीगढ़ एक्साइज डिपार्टमेंट में बने रहें। डीसी और एफएस ने एक्सटेंशन फाइल को दी मंजूरी
असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी की चौथी बार एक्सटेंशन दिए जाने को लेकर एडिशनल एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर राकेश कुमार पोपली, डीसी एवं एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर मनदीप सिंह बराड़, वित्त सचिव एके सिन्हा और एडवाइजर मनोज परिदा ने एक्सटेंशन फाइल पर मंजूरी दे दी है। अब एईटीसी चौधरी की एक्सटेंशन फाइल पर सिर्फ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के हस्ताक्षर होने बाकी हैं। जिसके बाद शहर की लिकर लॉबी की मनचाही मुराद एईटीसी की चौथी बार एक्सटेंशन हो जाएगी। शराब ठेके का मुद्दा उठते ही तीन महीने पहले चला दी एक्सटेंशन की फाइल
प्लॉट नंबर-367 में खुले अवैध शराब ठेके का मुद्दा जैसे ही दैनिक जागरण ने उठाया। उधर, प्रशासन के एक्साइज डिपार्टमेंट के सीनियर अफसरों ने लाडले के शराब ठेके को बचाने के लिए पावरफुल लीडर के कहने पर एईटीसी चौधरी की एक्सटेंशन की फाइल तीन महीने पहले ही चला दी। ताकि एक्शन न करने के एवज में एक्सटेंशन दी जा सके। हरियाणा कैडर के एईटीसी चौधरी ने अक्टूबर-2017 में प्रशासन को ज्वाइन किया था। वे पहले ही तीन बार एक्सटेंशन ले चुके हैं। अक्टूबर 2020 में चौधरी के एक्सटेंशन का तीसरा साल पूरा होना था। लेकिन शराब ठेके का मुद्दा उठते ही तीन महीने पहले ही उनकी एक्सटेंशन की फाइल चला दी गई। लिकर लॉबी भी चाहती है ये ठेका न हो बंद
शहर की लिकर लॉबी ये चाहती है कि शराब का ठेका बंद न हो। क्योंकि यह शराब का ठेका एक पावरफुल लीडर के करीबी का है। अगर शराब का ठेका यहां से शिफ्ट या बंद होता है, तो बाकी शराब कारोबारियों को शहर में अपनी मनमानी करने का मौका नहीं मिलेगा। लिकर लॉबी को दे दिया जाए शहर चलाने का ठेका
जो प्रशासनिक अफसर राजनीतिक दबाव में आकर एक अवैध शराब ठेके पर एक्शन नहीं ले सकते हैं। और प्रशासन शहर की लिकर लॉबी के आगे झुक जाए। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि लिकर लॉबी को ही शहर चलाने का पूरा ठेका दे दिया जाना चाहिए। ताकि शहर में हर कोई अपनी मनमानी कर सके। ताकि शहर के जिन उद्योगपतियों के इंडस्ट्रियल प्लॉट में प्रशासन ने बिल्डिंग और मिसयूज की कार्रवाई करते हुए लाखों-करोड़ों रुपये की पेनल्टी लगाई है। या इंडस्ट्रियल प्लॉट को कमर्शियल एक्टिविटी के लिए कन्वर्जन कराने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये की फीस नहीं दे पा रहे हैं। उन उद्योगपतियों को भी अपना कारोबार स्थापित करने का मौका मिल सके।