सुनहरा मौकाः इलेक्ट्रिक वाहन का रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स फ्री, पार्किंग फीस व टोल चार्जेज भी होंगे माफ
इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ाना देने के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने नई पॉलिसी बनाई है। इस पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को दूसरे चालकों के मुकाबले अनेक प्रकार की राहत दी जाएगी।
चंडीगढ़, बलवान करिवाल। इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना अब सबसे बड़ी समझदारी होगी। ऐसे वाहनों को रजिस्ट्रेशन के समय न तो किसी तरह की फीस देनी होगी और रोड टैक्स से भी इन्हें छूट दी गई है। जबकि पेट्रोल-डीजल वाहनों पर कुल कीमत का आठ फीसद तक रोड टैक्स देना पड़ता है। इतना ही नहीं इन वाहनों को पार्किंग फीस और टोल चार्जेज भी नहीं देने होंगे। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए नई पॉलिसी बनाई है। इस पॉलिसी के तहत यह सभी छूट दी गई है।
पॉलिसी फाइनल होते ही लाभ मिलने लगेगा। इन वाहनों को खरीदने पर और भी कई तरह के फायदे लोगों को मिलेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ने भी यूटी प्रशासन से इन वाहनों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी थी। इसके साथ ही पार्किंग और टोल चार्जेट में छूट देने जैसे सुझाव प्रशासन को दिए थे। उसी आधार पर प्रशासन ने इन वाहनों को खरीदने पर कई तरह के फायदे दिए हैं। भीड़ वाले एरिया जहां पर बाकी व्हीकल्स की एंट्री को बैन किया गया है, वहां पर सिर्फ इन व्हीकल्स को एंट्री दी जाए, इस पर भी विचार किया जा रहा है।
पार्किंग में लगाए चार्जिंग स्टेशन
नगर निगम ने शहर की कई पार्किंग में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। लेकिन यह चार्जिंग स्टेशन अभी शुरू नहीं हो पाए हैं। इन्हें भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके अलावा सभी प्रमुख स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। एक चार्जिंग स्टेशन पर एक समय में तीन वाहन चार्ज हो सकेंगे। रोड टैक्स में इन वाहनों को पहले ही छूट दी गई है। इन वाहनों को चार्ज करने और चार्जिंग स्टेशन का टैरिफ भी ज्वाइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने तय कर दिया है। ऐसे वाहनों की चार्जिंग पर प्रति यूनिट चार रुपये शुल्क वसूला जाएगा। चार्जिंग स्टेशन की परमिशन लेने के लिए इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के पास आवेदन करना होगा।
कई कंपनियां लांच कर चुकी हैं इलेक्ट्रिक कार
आने वाले समय को देखते हुए कई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों को मार्केट में लांच कर चुकी हैं। टाटा नेक्सोन को इलेक्ट्रिक में लाई है। महिंद्रा की ईको पहले से ही चल रही है। ह्यूंडुई, मारुति सहित कई कंपनियां भी लांच करने की तैयारी में है। वाहनों से लगातार बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर नए रिकॉर्ड पर पहुंच रहा है। प्रदूषण को कम करने के लिए ही नॉन पॉल्यूटेड वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा। इन वाहनों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों को सबसे ज्यादा प्रमोट किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन पहले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने पर जोर देगा। जिसके तहत दस सालों का प्लान तैयार किया जाएगा। 2030 तक हर तीसरा वाहन इलेक्ट्रिक हो, यह लक्ष्य निर्धारित कर पूरा ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है।