रंजीत सिंह जीती बने कुराली नगर काउंसिल अध्यक्ष, सिमरन कौर बनीं उपप्रधान
17 वार्डो के लिए हुए निकाय चुनाव में विजयी पार्षदों ने आखिरकार लगभग दो माह बाद वीरवार को शपथ ग्रहण की।
संवाद सहयोगी, कुराली : 17 वार्डो के लिए हुए निकाय चुनाव में विजयी पार्षदों ने आखिरकार लगभग दो माह बाद वीरवार को शपथ ग्रहण की। इसके बाद पार्षदों ने वोटिग प्रक्रिया के तहत कांग्रेस के वार्ड नं-आठ (पडियाला) के पार्षद रंजीत सिंह जीती को काउंसिल अध्यक्ष पद के लिए चुना। उनका कार्यकाल ढाई वर्ष का होगा। अगले ढाई साल के लिए वार्ड नं-छह के पार्षद नंदीपाल बंसल अध्यक्ष रहेंगे। इसके अलावा उपाध्यक्ष के लिए वार्ड नं-17 से आजाद पार्षद सिमरन कौर को चुना गया।
वीरवार सुबह एसडीएम खरड़ हिमांशु जैन के काउंसिल दफ्तर पहुंचने के पश्चात उनकी देखरेख में बंद कमरे में सभी 17 पार्षदों को वार्डवाइज शपथ दिलवाई गई। इसके बाद वार्ड नं-नौ की पार्षद भावना शर्मा एवं पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर जगमोहन सिंह कंग के बेहद नजदीकी माने जाने वाले रंजीत सिंह जीती का नाम प्रधानगी के लिए प्रपोज किया गया। रंजीत सिंह सिंह जीती के पक्ष में ज्यादा वोट होने के चलते उन्हें काउंसिल अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। ढाई-ढाई साल की रहेगी टर्म
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर जगमोहन सिंह ने कहा कि कुराली काउंसिल अध्यक्ष की टर्म मोहाली नगर निगम की तर्ज पर ही ढाई-ढाई साल की रहेगी। पहली टर्म में रंजीत सिंह जीती पडियाला को अध्यक्ष पद के लिए चुना गया है, जबकि दूसरे ढाई वर्ष के लिए वार्ड नं-छह के पार्षद नंदीपाल बंसल को प्रधानगी सौंपना तय किया गया है। उन्होंने करीब एक दशक के बाद कुराली नगर काउंसिल पर कांग्रेस की टीम के काबिज होने पर खुशी जताते हुए कहा कि सभी पार्षदों ने एकजुटता दिखाई जिससे यह संभव हो सका। शहर को बनाया जाएगा रोल मॉडल
नवनियुक्त काउंसिल अध्यक्ष रंजीत सिंह जीती ने कहा कि शहर की बागडोर संभालने को लेकर जो भरोसा उन पर जताया है उस पर वह हर संभव खरा उतरेंगे। उनका कहना था कि पार्टीबाजी से ऊपर उठकर शहर का सर्वागीण विकास करवाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। कुराली को चंडीगढ़ एवं मोहाली जैसे शहरों की तर्ज पर विकसित करवाकर रोल मॉडल बनाया जाएगा।