श्रीरामभक्त हनुमान ने उजाड़ी अशोक वाटिका
रामलीला मंचन के तीसरे दिन दर्शाए गए पहले सीन में माता सीता को खोजते हुए प्रभु श्रीराम एवं लक्ष्मण की भेंट शबरी से होती है जो उन्हें अपने जूठे बेर खिलाती है।
संवाद सहयोगी, कुराली : स्थानीय श्री रामलीला कमेटी कृष्णा मंडी की और से दशहरा ग्राउंड में आयोजित करवाई जा रही रामलीला मंचन के तीसरे दिन प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान द्वारा रावण की नगरी लंका पहुंच अशोक वाटिका को तहसनहस करने जैसी कई मोहक लीलाओं का बखूबी मंचन किया गया।
रामलीला कमेटी के मेंबर एवं विभिन्न रोल अदा करने वाले कलाकार हैप्पी सूद का कहना था कि प्रभु श्रीराम से जहां हमें माता एवं पितृ भक्ति की मिसाल मिलती है, वहीं लक्ष्मण,भरत,शत्रुघ्न से भाई-भाई के स्नेह एवं प्यार तथा हनुमान जी के चरित्र से स्वामी भक्ति की दुर्लभ मिसाल देखने एवं महसूस करने का मौका नसीब होता है।
रामलीला मंचन के तीसरे दिन दर्शाए गए पहले सीन में माता सीता को खोजते हुए प्रभु श्रीराम एवं लक्ष्मण की भेंट शबरी से होती है जो उन्हें अपने जूठे बेर खिलाती है। अगले सीन में प्रभु श्रीराम एवं लक्ष्मण की भेंट पवनपुत्र हनुमान तथा सुग्रीव से होती है जिसके पश्चात बाली वध के सीन का मंचन किया गया। तीसरे सीन में हनुमान प्रभु राम का संदेश लेकर लंका में सीता माता से मुलाकात करने ,शोकाकुल सीता माता का दु:ख देख हनुमान द्वारा अशोक वाटिका को उजाड़ने एवं लंका दहन जैसे मनमोहक दृश्यों का मंचन कलाकारों द्वारा बखूबी किया गया।
इस मौके पर आयोजकों ने लोगों से कहा कि कोरोना संकट के बावजूद रामलीला के आयोजन की अनुमति मिलने से पर्व की परंपरा कायम रखने में हम कामयाब रहे हैं। लेकिन हम सभी को जरूरी गाइडलाइन का हर हाल में पालन करना होगा। क्योंकि कोरोना संकट अभी कम हुआ है, मगर टला नहीं है।