रेलवे ने घग्गर स्टेशन पर बने गुड्स शेड को किया ओपन
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चंडीगढ़-अंबाला रेल रूट पिछले 40 दिनों से बंद है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चंडीगढ़-अंबाला रेल रूट पिछले 40 दिनों से बंद है। रेल रूट बंद होने से यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही है, इसके अलावा रेलवे को भी रोजाना करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए अंबाला मंडल रेलवे स्टेशन ने घग्घर रेलवे स्टेशन पर बने गुड्स शेड को प्रायोगिक आधार पर फिलहाल छह महीने के लिए ओपन कर दिया है। यह गुड्स शेड इसी साल छह नवंबर से 5 मई 2021 तक माल-भाड़ा गतिविधियों के लिए खुला रहेगा। चंडीगढ़ -अंबाला रेलवे ट्रैक पर लालडू के नजदीक किसान धरना दे रहे हैं, जिस वजह से यह रूट बंद हैं। ट्राईसिटी की औद्योगिक इकाइयों को मिलेगा फायदा
घग्गर गुड्स शेड का इस्तेमाल माल गाड़ियों से आने वाले सामान को उतारने व चढ़ाने में व पार्सल यातायात को सचारू चलाने में सहायक होगा। घग्गर स्टेशन के गुड्स शेड के खुलने से जीरकपुर और डेराबस्सी के नजदीकी शहरों में स्थित औद्योगिक इकाइयों और लॉजिस्टिक कंपनियों को काफी फायदा होगा। अब थोक में पार्सल यातायात के लिए वीपीयू विशेष ट्रेनें घग्गर स्टेशन से भी चल सकती हैं, जो उत्पादकों और व्यापारियों के लिए सुविधा प्रदान करेगी। इसके अलावा मोहाली और चंडीगढ़ की औद्योगिक इकाइयों के लिए भी घग्गर स्टेशन से अपनी खेप भेजने के लिए मददगार होगा। गुड्स शेड ओपन से पूरे रीजन को फायदा होगा
इंडियन रेलवे कैटरिग एंड टूरिज्म कारपोरेशन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधन ने बताया कि अंबाला मंडल रेल प्रबंधक गुरिदर मोहन सिंह ने घग्गर साइडिग खुलवाने में काफी मेहनत की है, उन्हीं के प्रयासों से सीनियर अधिकारियों ने इसे खोलने में रूचि दिखाई है। इस गुड्स शेड के ओपन होने से न सिर्फ रेलवे को फायदा होगा, बल्कि इस रीजन के तमाम व्यापारियों को भी फायदा होगा। इसके शानदार नतीजे देखने को मिलेंगे।