दो साल बाद कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर दौड़ेगी रेल कार
हिमाचल की दिलकश वादियों में बलखाते हुए कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर दो साल बाद रेल कार पटरी पर दौड़ेगी।
राजकुमार, कालका
हिमाचल की दिलकश वादियों में बलखाते हुए कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर दो साल बाद रेल कार पटरी पर दौड़ेगी। इसके लिए रेलवे विभाग के दिल्ली मुख्यालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। आदेशों की कॉपी कालका रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को पहुंचने के साथ ही यहां रेल कार चलाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
जानकारी अनुसार अंग्रेजों ने एक सदी से भी ज्यादा समय पहले कालका-शिमला रेल सेक्शन पर स्टीम इंजन के साथ टॉय ट्रेन शुरू की थी। उस समय इस ट्रैक पर दिनरात ट्रेनों का संचालन होता था। 1927 में अंग्रेजों ने इस ट्रैक को रेल कार का तोहफा दिया और जो अंग्रेजों की पसंद की सवारी बन गई। रेल कार एक कार की तरह एक ही डिब्बे की बनी हुई है, जिसमें चालक और सवारी साथ-साथ बैठते हैं। लेकिन समय के साथ-साथ रेल कार दम तोड़ने लगी और करीब दो दशक पहले चार रेल कार में से ट्रैक पर एक-दो ही रह गई थी। लेकिन विभाग ने रेल कार पर अपना फोकस करते हुए पुरानी हो चुकी रेल कारों को नया लुक दिया।
दो साल से थी बंद : रेल कार में खराबी आने के कारण दो साल से सेवा बंद थी, जिससे रेल कार का सफर करने की चाहत रखने वाले सैलानियों को भी मायूस होना पड़ रहा था। लेकिन बंद पड़ी सर्विस को दोबारा शुरू करने के लिए स्थानीय रेलवे प्रशासन खूब प्रयास एवं मेहनत कर रहा है और अब उनकी मेहनत रंग लाई है। रेलकार को नया लुक मिलने के साथ ही रेलवे बोर्ड ने इसे 18 मार्च से चलाने को हरी झंडी दे दी है।
कोट
15 सीटों वाली रेलकार को कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर 18 मार्च से चलाने के आदेश मिले हैं। विभाग ने रेल कार का किराया जल्द जारी किया जाएगा। कालका से रोजाना सुबह 5:25 बजे रेल कार को शिमला के लिए रवाना किया जाएगा। रेलवे विभाग का प्रयास रहता है कि यात्रियों को ज्यादा बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएं।
- गौकुल सिंह, स्टेशन अधीक्षक।