हरीश रावत को दिल्ली से पंजाब सरकार के हेलीकाप्टर में लाने पर उठे सवाल, शिअद बोला- अमरिंदर से हो खर्च वसूल
Punjab Congress Crisis पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रदेश प्रभारी हरीश रावत को दिल्ली से सरकारी हेलीकाप्टर में लाने पर सवालों से घिर गए हैं। शिरोमणि अकाली दल ने हेलीकाप्टर से रावत को लाने का खर्च कैप्टन अमरिंदर से वसूले जाने की मांग की है।
चंडीगढ़ , राज्य ब्यूरो। Captain Amrinder Singh: पंजाब कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य सरकार के हेलीकाप्टर से पार्टी प्रभारी हरीश रावत को लाने पर सवालों से घिर गए हैं। विपक्षी राजनीतिक दलों ने इसके लिए निशाना साधा है। इंटरनेट मीडिया पर भी लोगों ने कैप्टन सरकार पर सवाल उठाया है। बता दें कि कांग्रेस की कलह के निपटारे के प्रयास के क्रम में कैप्टन अमरिंदर से बातचीत के लिए शनिवार को चंडीगढ़ पहुंचे थे। आरोप है कि रावत को पंजाब सरकार के हेलीकाप्टर में दिल्ली से चंडीगढ़ लाया गया और फिर वापस दिल्ली छोड़ा गया।
शिराेमणि अकाली दल ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस हाईकमान के साथ चल रही बातचीत के लिए पार्टी महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत को चंडीगढ़ लाने और फिर छोड़ने जाने का खर्च मुख्यमंत्री को अपनी जेब से करना चाहिए। शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता व पूर्व मंत्री डा. दलजीत चीमा ने पूरे प्रकरण में कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सवाल उठाए।
डा. चीमा ने कहा कि कांग्रेस की कलह का भार आम लोगों की जेब पर क्यों डाला जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब कांग्रेस इस हद तक राज्य की संपत्ति का दुरूपयोग कर रही है। चीमा ने कहा, कांग्रेस महासचिव ने आधिकारिक तौर पर साफ कहा है कि वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पार्टी मामलों पर चर्चा करने के लिए प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। ऐेसे में राज्य के खर्च पर रावत के चंडीगढ़ उड़ान भरने का कोई औचित्य नहीं है।
डाॅ. चीमा ने यह भी खुलासा किया कि राज्य हेलीकाप्टर का दुरूपयोग कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के दावे के एकदम विपरीत किया, जिसमें कहा गया था कि ‘आपात स्थिति या आपदा के मामले को छोड़कर मुख्यमंत्री या अन्य मंत्री यात्रा के लिए हेलीकाॅप्टर का इस्तेमाल वर्जित होगा।' उन्होंने कहा कि पंजाबियों से किए गए अन्य सभी वादों की तरह राज्य के हेलीकाॅप्टर के इस्तेमाल पर चुनावी घोषणा पत्र में किए गए दावों की धज्जियां उड़ा दी गई हैं। चीमा के अलावा इंटरनेट मीडिया पर भी लोगों ने इसी तरह की टिप्पणियां की हैं।