यूएस न्यूज रैैंकिंग: पंजाब यूनिवर्सिटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट को मिला पहला रैैंक
यूएस न्यूज रैैंकिंग 2019 में पंजाब यूनिवर्सिटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट को देशभर में पहला रैंक मिला है। वहीं पंजाब यूनिवर्सिटी को 551 रैैंक मिला है।
[डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़] यूएस न्यूज रैैंकिंग 2019 में पंजाब यूनिवर्सिटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट को देशभर में पहला रैंक मिला है। वहीं पंजाब यूनिवर्सिटी को 551 रैैंक मिला है। पंजाब यूनिवर्सिटी को देशभर के हायर एजुकेशन संस्थानों में तीसरा स्थान हासिल हुआ है। गौरतलब है कि बीते साल रैैंकिंग में पंजाब यूनिवर्सिटी का दूसरा रैैंक रहा था। पीयू को 513 रैैंक मिला था। लेकिन इस बार इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई दूसरे स्थान पर रहा है। जबकि देश में पहले नंबर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बंगलुरु रहा। हायर एजुकेशन संस्थानों को लेकर हर साल रैैंकिंग जारी की जाती है।
एशियन रैैंकिंग में लगाई थी छलांग
कुछ रोज पहले ही एशियन रैैंकिंग में भी पंजाब यूनिवर्सिटी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। क्यूएस की एशियन रैंकिंग में पंजाब यूनिवर्सिटी ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है। पंजाब यूनिवर्सिटी को 291 से 300 (ग्रुप) में जगह दी गई। गौरतलब है कि बीते साल पीयू 301 से 350 के ग्रुप में शामिल था। बीते करीब दो सालों से पंजाब यूनिवर्सिटी का विभिन्न नेशनल और इंटरनेशनल रैंकिंग में लगातार ग्राफ गिरता जा रहा था, लेकिन क्यूएस रैंकिंग से पीयू के नए कुलपति और फैकल्टी को खुशखबरी मिली थी। क्यूएस एशियन रैंकिंग में देश भर की 79 यूनिवर्सिटी और अन्य हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट ने हिस्सा लिया था।
यूबीएस विभाग 15वें स्थान पर
क्यूएस एशियन रैैंकिंग में पीयू को ओवर ऑल 291-300 ब्रैकेट में रखा गया है। लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी स्थित प्रतिष्ठित पीयू बिजनेस स्कूल(यूबीएस) को एशिया में 15वां स्थान हासिल हुआ है। विभाग में फुलटाइम एमबीए करवाई जाती है। एकेडमिक रेपुटेशन फैकल्टी,स्टूडेंट, रेशो,प्रति पेपर साइटेशन जैसे विभिन्न मापदंडों पर शैक्षणिक संस्थान की रैंकिंग की जाती है। एमबीए में ओवर ऑल स्कोर 51.5 हासिल किया है, जबकि डायवर्सिटी में 58,एंप्लाइबिलिटी में 54.2 और एंटरपेन्योरशिप एंड एल्युमनाई आउटकम्स में 44.2,रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट में 44.7 और लीडरशिप में 56.3 अंक हासिल किए हैं। इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल(आईक्यूएसी) के डायरेक्टर प्रो.एम राजीव लोचन का कहना है कि यूनिवर्सिटी की रेपुटेशन का रैंक पहले से बेहतर हुआ है। लेकिन कुछ क्षेत्र जैसे सोशल मीडिया, अखबार, टीवी चैनल आदि में अभी ओर बेहतर करने की जरुरत है।
पीयू में रेगुलर फैकल्टी की कमी
विभिन्न नेशनल और इंटनरेशनल स्तर पर होने वाली रैंकिंग में पंजाब यूनिवर्सिटी के सामने कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी में सालों से फैकल्टी की कमी है। पीयू में 300 के करीब टीचर्स की कमी है। पीयू इन पदों पर अस्थायी और गेस्ट शिक्षकों के सहारे काम चला रही है। रैंकिंग प्वाइंट में यह बात भी पीयू के खिळाफ जाती है। उधर, पंजाब यूनिवर्सिटी में विदेशी स्टूडेंट्स को लेकर भी अंक मिल रहे हैं। पीयू में स्टूडेंट्स और फैकल्टी के लिए स्टडी एक्सजेंच प्रोग्राम को भी अभी तक सही तरीक से लागू नहीं किया जा रहा है। बीते कुछ सालों में बेशक पंजाब यूनिवर्सिटी ने कई विदेशी यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू तो किया है। लेकिन अभी तक उसके सार्थक रिजल्ट दिखाई नहीं दे रहे हैं।