PU में फीस के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की पुलिस के साथ हाथापाई, महिला पुलिसकर्मी घायल
पंजाब यूनिवर्सलिटी चंडीगढ़ प्रबंधन ने कहा है कि जो स्टूडेंट फीस जमा नहीं करवाएगा उसे आनलाइन क्लास अटेंड नहीं करने दी जाएगी।
चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से फीस जमा करवाने के फैसले के विरोध ने अब उग्र रूप लेना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठनों ने मुख्य गेट तोड़ने का प्रयास किया। इस दौरान बीच-बचाव में आए पुलिस मुलाजिम व सुरक्षाकर्मियों के साथ छात्रों की हाथापाई हो गई, जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई।
छात्रों के विरोध को देखते हुए शुक्रवार सुबह को पीयू अथॉरिटी ने फीस जमा करवाने की अंतिम तारीख को बढ़ा कर 16 अगस्त कर दी। लेकिन इसके बावजूद छात्र संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। दोपहर बाद छात्रों ने प्रशासनिक ब्लॉक के मुख्य गेट तोड़ने का प्रयास किया। छात्रों को रोकने के लिए मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी व पीयू के सुरक्षाकर्मी आगे आए। इस दौरान धक्का-मुक्की इतनी बढ़ गई कि इसमें एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई। बताया जा रहा है कि महिला पुलिसकर्मी के पेट पर किसी ने लात से हमला किया है। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
घायल महिला पुलिसकर्मी को अस्पताल ले जाते अन्य मुलाजिम।
बता दें कि पीयू अथॉरिटी ने आदेश दिया था कि अगर किसी स्टूडेंट्स ने 10 अगस्त तक फीस जमा नहीं करवाई तो उसे आॅनलाइन क्लास में नहीं बैठने दिया जाएगा। इस फैसले के विरोध में पीयू के सभी छात्र संगठन एक साथ विरोध पर उतर आए।
छात्र संगठनों का कहना है कि पीयू के इस फैसले से गरीब स्टूडेंट्स को नुकसान होगा। जो विद्यार्थी 10 अगस्त तक फीस जमा नहीं करवा सकता, वह 16 अगस्त तक कैसे फीस जमा करवाएगा। पीयू प्रशासन के फैसले के बाद शहर के कॉलेजों के छात्र संगठन भी पीयू में अपना विरोध दर्ज करवाया।
एसएफएस नहीं करेगा एबीवीपी के साथ प्रदर्शन
जहां इस फैसले के खिलाफ सभी छात्र संगठन खड़े हुए है, वहीं एसएफएस छात्र संगठन यहां भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहा है। उसने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ प्रदर्शन करने से साफ मना कर दिया।
जारी रहेगा प्रदर्शन: हरिश गुज्जर
एबीवीपी पीयू इकाई प्रधान हरिश गुज्जर ने कहा कि उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। पीयू प्रशासन जब तक इस बात को साफ नहीं करेगा कि गरीब बच्चों के लिए उन्होंने क्या प्लानिंग की है। हरिश ने कहा कि पीयू प्रशासन या तो गरीब बच्चों की फीस माफ करें या उन्हें फीस देने के लिए समय दे। उसके अलावा गरीब बच्चों से इंस्टालमेंट में फीस ली जाए।
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