पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ का फैसला, पीयू एफिलिएटेड 180 काॅलेजों के प्रोफेसर्स करेंगे वर्क फ्राॅम होम
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए एफिलिएटेड काॅलेजों में सभी टीचिंग स्टाफ को वर्क फ्राॅम होम करने के निर्देश जारी किए हैं। पीयू डिप्टी रजिस्ट्रार (काॅलेज) ओर से जारी यह आदेश सिर्फ पीयू एफिलिएटेड पंजाब के काॅलेजों पर ही लागू होगा।
चंडीगढ़, [डाॅ. सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ प्रशासन (PU Chandigarh) ने कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए एफिलिएटेड काॅलेजों में सभी टीचिंग स्टाफ को वर्क फ्राॅम होम करने के निर्देश जारी किए हैं। पीयू डिप्टी रजिस्ट्रार (काॅलेज) ओर से जारी यह आदेश सिर्फ पीयू एफिलिएटेड पंजाब के काॅलेजों पर ही लागू होगा। पंजाब में पीयू से एफिलिएटेड करीब 180 काॅलेज हैं। जिसमें पांच हजार से अधिक शिक्षक हैं। 31 मई तक सभी प्रोफेसर्स घर से ही काम करेंगे।
पंजाब सरकार ने इसी हफ्ते इस संबंध में पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब की अन्य सभी यूनिवर्सिटी को पत्र लिखा था, जिसमें कोरोना महामारी को देखते हुए शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कुछ सुझाव दिए गए थे। पत्र में सभी प्रोफेसर को घर से ही ऑनलाइन क्लास लेने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही नाॅन टीचिंग स्टाफ के लिए भी ऑफिस में 50 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाने को कहा गया है।
पीयू अधिकारियों के अनुसार पंजाब सरकार के सुझाव पर तुरंत इन आदेशों को लागू करने का फैसला ले लिया गया है। सरकारी के साथ ही सभी प्राइवेट एफिलिएटेड काॅलेजों को भी पंजाब यूनिवर्सिटी के निर्देशों का पालन करना होगा। ऐसे नहीं करने वाले काॅलेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इस संबंध में पीयू डीसीडीसी ऑफिस को शिकायत भी की जा सकती है। अभी तक पीयू एफिलिएटेड काॅलेजों में पचास फीसद प्रोफेसर और सभी कर्मचारियों को बुलाया जा रहा था, लेकिन कोरोना के केस बढ़ने के कारण हालात खराब होने लगे हैं। इसके बाद पंजाब सरकार को यह कदम उठाना पड़ा है। काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन की ओर से भी स्टाफ को काफी समय से वर्क फ्राॅम होम की मांग की जा रही थी। क्योंकि काॅलेजों के बड़ी संख्या में शिक्षक और दूसरे कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
पीयू ने बदला वर्किंग टाइम
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस में कर्मचारियों का ड्यूटी आवर को चेंज कर दिया है। 31 मई तक पीयू के दफ्तर का समय सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक कर दिया गया है। इस संबंध में पीयू रजिस्ट्रार की ओर से लेटर भी जारी कर दिया गया है। निर्देशों के तहत अब पीयू में पब्लिक डिलिंग को बंद कर दिया गया है और सिर्फ अप्वाइंटमेंट लेने पर ही किसी को अधिकारियों से मिलने की इजाजत होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद पीयू प्रशासन ने कोरोना संक्रमितों का पूरा डाटा ऑनलाइन रखने के लिए भी खास ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिया है। बीते कुछ दिनों में ही पीयू के 90 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दो कर्मचारी की कोरोना से मौत हो चुकी है।
पीयू में क्वारंटाइन केयर सेंटर बनाने की तैयारी
पीयू कैंपस में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद पीयू प्रशासन ने कई अहम फैसले लिए हैं। पीयू प्रोफेसर्स और कर्मचारियों के या उनके परिवार के सदस्यों के कोरोना पाॅजिटिव होने पर उनके लिए कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला लिया है। साथ ही कर्मचारियों या परिवार वालों के जरुरत पड़ने पर क्वारंटाइन सेंटर की भी व्यवस्था की जाएगी। पीयू कुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। उधर पीयू में वेस्टर्न कमांड के सहयोग से बने कोविड हाॅस्पिटल में भी पीयू कर्मचारियों और प्रोफेसर्स के लिए दस सीट रिजर्व करने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है। पीयू ने वैक्सीनेशन को तेज करने के लिए पीयू हेल्थ सेंटर और पीयू डेंटल काॅलेज डायरेक्टर को भी निर्देश जारी किए हैं।
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"31 मई तक पंजाब यूनिवर्सिटी ने कैंपस के दफ्तर का टाइम सुबह 9 से दोपहर 2 बजे करने का फैसला लिया है। पंजाब सरकार के निर्देश पर पंजाब के सभी एफिलिएटेड काॅलेजों के प्रोफेसर वर्क फ्राॅम होम कर सकेंगे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को कम करने और टीचर्स की सेफ्टी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। काॅलेजों में कर्मचारियों की अटेंडेंस पचास फीसद तक कर दी गई है
-विक्रम नैयर ,रजिस्ट्रार पीयू