राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर वेबिनार में पंजाब हुनर विकास मिशन पर हुई चर्चा, 150 से अधिक छात्रों ने लिया भाग
पंजाब यूनिवर्सिटी पंजाब हुनर विकास मिशन के लिए पंजाब सरकार के सलाहकार डा. संदीप सिंह कोरा ने इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। डा. संदीप सिंह कोरा ने इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी की टीआइजीआर-2 इएसएस प्रोजेक्ट की टीम ने पंजाब हुनर विकास मिशन के संदर्भ राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक वेबिनार का आयोजन किया। पंजाब हुनर विकास मिशन के लिए पंजाब सरकार के सलाहकार डा. संदीप सिंह कोरा ने इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। इस दौरान डा. संदीप ने 2014 से पंजाब कौशल विकास मिशन की स्थापना के बाद से अपनी यात्रा के बारे में जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि पंजाब कौशल विकास मिशन के तहत, शहरी और ग्रामीण पंजाब में कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पंजाब पहले से ही ब्रिटेन और कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के साथ इस विषय पर काम कर रहा है। यह भारत को विश्व स्तर पर कुशल कार्यबल प्रदान करने और विश्व की कौशल राजधानी के रूप में उभरने में सक्षम करेगा। पंजाब अपने युवाओं को कानूनी रूप से विदेश जाने और अच्छी कमाई करने और आर्थिक लाभ साझा करने की सुविधा प्रदान कर रहा है।
डॉ. कोरा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पंजाब कौशल विकास मिशन के लिए स्कूलों, आईटीआई और उच्च शिक्षा संस्थानों से विद्यार्थियों की आपूर्ति प्रदान करेगी। इसके अलावा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय समाज की मानसिकता में एक बहुत ही आवश्यक बदलाव ला सकती है क्योंकि यह मुख्यधारा की शिक्षा के साथ व्यावसायिक शिक्षा को प्रोत्साहित करेगी। वेबिनार में 150 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। डॉ. मोनिका अग्रवाल (एसोसिएट प्रो। यूआईएएमएस) ने चर्चा को आगे बढ़ाया। अन्य पैनलिस्ट में डा. शैलजा फेनेल और डा. एस. रे और डॉ. भावना गुप्ता (सहायक प्रोफेसर, लोक प्रशासन विभाग) और डॉ राधा कंवल शर्मा शामिल थे।
इस दौरान डा. संदीप ने पंजाब से पिछले कुछ वर्षो से विदेश जाने वाले लोगो के बारे में भी जानकारी रखी। उन्होंने बताया कि देश में से सबसे ज्यादा लोग पंजाब से विदेशों में जाते हैं। पंजाबी लोग काफी मेहनती होते हैं, इसलिए विदेशों में लोग उन्हें रोजगार देना पसंद करते हैं।