Punjab Roadways Bus Strike: मोहाली में पंजाब की निजी और सरकारी बसें बंद, चंडीगढ़ बस स्टैंड पर भारी भीड़
पजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी के कांट्रैक्ट कर्मचारियों (ड्राइवर-कंडक्टर) की सोमवार से हड़ताल शुरू हो गई है। हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश में करीब दो हजार बसों के पहिए थम गए हैं। कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली/चंडीगढ़। Punjab Roadways Bus Strike: पजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी के कांट्रैक्ट कर्मचारियों (ड्राइवर-कंडक्टर) की सोमवार से हड़ताल शुरू हो गई है। हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश में करीब दो हजार बसों के पहिए थम गए हैं। कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है। दरअसल कांट्रेक्ट कर्मचारी सरकार से रेगुलर नौकरी की मांग कर रहे हैं। मांगों को लेकर कर्मचारी पहले भी कई बार एक दिवसीय हड़ताल कर चुके हैं।
मोहाली फेज छह स्थित बस स्टैंड से भी बसों की आवाजाही बंद कर दी गई हैं। रोडवेज की बसों के साथ प्राइवेट बसें भी पंजाब के लिए नहीं चल रही हैं। वहीं, सोमवार को फेज-6 बस स्टैंड पर पंजाब के लिए जाने वाले यात्रियों को यहां से बस न मिलने पर परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि ज्यादातर यात्रियों ने चंडीगढ़ के सेक्टर-43 बस स्टैंड से हो रही बसों की आवाजाही के लिए चंडीगढ़ का रुख किया।
चंडीगढ़ आइएसबीटी सेक्टर-43 से पंजाब जाने के लिए उमड़ी यात्रियों की भीड़।
चंडीगढ़ से पंजाब के लिए सीटीयू की बसों की आवाजाही जारी
पंजाब में बसों की हड़ताल का असर चंडीगढ़ में भी देखने को मिला। आइएसबीटी-43 से पंजाब के लिए बसों की आवाजाही होती है। लेकिन पंजाब में बसों का चक्का जाम होने से सुबह से ही आइएसबीटी-43 पर बसों की किल्लत शुरू हो गई। पंजाब के विभिन्न शहरों को जाने वाले यात्री इधर-उधर काउंटर पर घूमते रहे। हालांकि थोड़ी राहत की बात यह रही कि चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की बसों की आवाजाही जारी है। सीटीयू की बसों पर हड़ताल का कोई असर नहीं है। बल्कि पैसेंजर की दिक्कतों को देखते हुए सीटीयू ने कई रूट पर बसों की संख्या को बढ़ा दिया। अमृतसर, जालंधर और लुधियाना जैसे रूट पर बसों के फेरे बढ़ाए गए। सीटीयू के अधिकारियों ने बताया कि यह हड़ताल पंजाब के कर्मचारियों ने की है। इसका सीटीयू पर कोई असर नहीं है। सीटीयू की बसें निर्बाध चलती रहेंगी। बल्कि सवारियों की दिक्कतों को देखते हुए कई रूट पर बसें बढ़ाई गई हैं। इसके अलावा हिमाचल और कई दूसरे राज्यों की बसें भी चल रही हैं।
सीएम हाउस के बाहर धरने की चेतावनी
पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि रेशम सिंह गिल, चंडीगढ़ डिपो प्रधान हरविंद्र सिंह ने कहा कि मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास के सामने पक्का धरना लगाया जाएगा। मांगे पूरी होने पर ही यह उठेगा।वहीं बुधवार को विधानसभा की तरफ कूच करेंगे। मांगों के बारे में उन्होंने बताया कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाना चाहिए। बिजली एक्ट-2020 और तीनों कृषि कानूनों को रद करने के लिए किसानों का समर्थन भी किया। अब यह चक्का जाम तभी खुलेगा जब उनकी सभी मांगे मानी जाएंगी। उन्हें आश्वासन बहुत मिलते रहे हैं। लेकिन अब आश्वासन का समय चला गया। उन्हें अब पक्की नौकरी चाहिए।