Move to Jagran APP

कैबिनेट विस्‍तार: कैप्टन की चली, जाखड़ ने भी दिखाया दम, कई हुए नाराज

कैप्‍टन अमरिंदर कैबिनेट के विस्‍तार में सीएम के संग प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ की भी चली है। दूसरी ओर, कैबिनेट विस्‍तार में नाम नहीं आने पर वरिष्‍ठ विधायकों में नाराजगी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 21 Apr 2018 09:36 AM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 08:52 PM (IST)
कैबिनेट विस्‍तार:  कैप्टन की चली, जाखड़ ने भी दिखाया दम, कई हुए नाराज
कैबिनेट विस्‍तार: कैप्टन की चली, जाखड़ ने भी दिखाया दम, कई हुए नाराज

जेएनएन, चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सरकार के बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार में मंत्रियों की सूची फाइनल हाेने में दो दिन लग गया। दो दिन की बैठक के बाद पार्टी अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने अपनी मुहर लगाई। नए मंत्रियाें के नाम तय करने में सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की पूरी चली, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ की भी सुनी गई। दूसरी ओर, नए मंत्रियों का नाम फाइनल होते ही विधायकों की नाराजगी सामने लगी है।

loksabha election banner

मंत्रिमंडल में पद न मिलने से नाराज टांडा (होशियारपुर) के विधायक संगत सिंह गिलजियां ने प्रदेश कांग्रस उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह चौथी बार विधायक बने हैं जबकि दूसरी बार जीते शाम सुंदर अरोड़ा को मंत्री बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अभी कुछ और विधायकों की नाराजगी सामने आ सकती है।

 नए मंत्रियों के नाम फाइनल होते ही विधायक नाराज, गिलजियां का उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा

सरकार बनने के 13 माह बाद हुए कैबिनेट विस्तार में कहीं कैप्टन 'किंग' की भूमिका में रहे तो कहीं सुनील जाखड़ भी 'किंग मेकर' की भूमिका में नजर आए। राज्य सभा सदस्य अंबिका सोनी भी अपना दम दिखाने में कामयाब रहीं। उनके खेमे से भी दो विधायक मंत्री बनने में सफल रहे। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शुक्रवार को नौ कैबिनेट मंत्रियों के नामों पर लगी मोहर में कुछ नामों पर कैप्टन असहज हुए तो जाखड़ को भी निराशा हाथ लगी। शपथ ग्रहण समारोह शनिवार शाम को होगा और कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदलेंगे।

कैप्टन ने राणा सोढ़ी को शामिल कर व परगट को दरकिनार कर जाखड़ व सिद्धू को दिया झटका

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ अपने धुर विरोधी राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को कैबिनेट में आने से तो नहीं रोक पाए, लेकिन वह भारत भूषण आशू व गुरप्रीत सिंह कांगड़ को एडजस्ट करवाने में कामयाब रहे। अंबिका सोनी भी एसएएस नगर के बलबीर सिद्धू और होशियारपुर के सुंदर शाम अरोड़ा को कैबिनेट में स्थान दिलवाने में कामयाब रहीं। होशियारपुर से संगत सिंह गिलजियां का नाम तेजी से चल रहा था, लेकिन अरोड़ा के नाम पर अंतिम मोहर लगी।

कैबिनेट में मालवा के 11, मांझा के 6 व दोआबा का एक मंत्री

राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कुलजीत नागरा और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग़ भी कैबिनेट में अपना स्थान नहीं बना सके। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने काफी हद तक कमान अपने हाथ में रखी है। राहुल की यूथ बिग्रेड में से जहां कुलजीत नागरा बाहर रह गए हैं वहीं, राणा गुरमीत सिंह सोढी के नाम पर उन्होंने मोहर लगवा ली।

जालंधर से पहली बार कोई मंत्री नहीं

जालंधर जिले को पहली बार कांग्रेस सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है। होशियारपुर से श्याम सुंदर अरोड़ा को छोड़कर पूरे दोआबा से और कोई मंत्री नहीं है। पटियाला, अमृतसर, गुरदासपुर व बठिंडा को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व मिला है।

रजिया व अरुणा का प्रमोशन

महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी और पीडब्ल्यूडी मंत्री रजिया सुल्ताना का प्रमोशन होगा। राज्य मंत्री से अब उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है। दोनों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। अरुणा चौधरी शिक्षा विभाग में कोई खास असर नहीं छोड़ पाई हैं।

जाखड़ के विरोध के बाद भी राणा गुरमीत को बनाया मंत्री

कैप्टन ने कैबिनेट विस्तार में सुनील जाखड़ को तगड़ा झटका दिया है। जाखड़ के धुर विरोधी राणा गुरमीत सोढ़ी को कैप्टन ने कैबिनेट में शामिल कर लिया, जबकि जाखड़ इसका विरोध कर रहे थे। यह अलग बात है कि जाखड़ भारत भूषण आशू व गुरप्रीत सिंह कांगड़ को मंत्री बनवाने में कामयाब रहे। वहीं, परगट सिंह के लिए लॉबिंग कर रहे नवजोत सिद्धू को भी कैप्टन ने करारा झटका दिया। परगट सिंह के नाम पर राहुल की बैठक में लंबी चर्चा तो हुई लेकिन उनके नाम पर मोहर नहीं लग सकी। 

रंधावा को वफादारी का इनाम

डेरा बाबा नानक के सुखजिंदर रंधावा को कैबिनेट में शामिल करके कैप्टन ने उन्हें वफादारी का इनाम दिया है। रंधावा शुरू से ही कैप्टन के साथ खड़े रहे। रंधावा का कैप्टन के विरोधी प्रताप सिंह बाजवा को प्रदेश प्रधान से हटवाने में महत्वपूर्ण योगदान था। चूंकि जाखड़ भी रंधावा के पक्ष में थे, इसलिए एक ही जिले से तीन मंत्री बनाने में भी कांग्रेस कोई गुरेज नहीं किया। तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अरुणा चौधरी व रंधावा गुरदासपुर से आते हैं।

कैबिनेट में चार हिंदू चेहरे

कैप्टन ने चार हिंदू चेहरों को कैबिनेट में स्थान दिया है। विधानसभा चुनाव में 77 सीटें जीतने में हिंदू मतदाताओं का अहम योगदान था। पहले केवल ब्रह्म मोहिंदरा ही हिंदू चेहरा थे। अब राहुल की यूथ ब्रिगेड के विजय इंदर सिंगला समेत दो बार के विधायक भारत भूषण आशू, सुंदर शाम अरोड़ा और पांच बार के सबसे वरिष्ठ विधायक ओपी सोनी को कैबिनेट में शामिल किया है।

विभागों का बंटवारा आज!

कांग्रेस के नवनियुक्त नौ कैबिनेट मंत्रियों के विभागों पर अभी फैसला नहीं हो पाया है। माना जा रहा है कि कुछेक मंत्रियों के विभाग में बदलाव तो होगा ही वहीं, मुख्यमंत्री अपना भार भी हलका करेंगे क्योंकि वर्तमान में 48 में से 40 विभागों की जिम्मेदारी उनके पास ही है। माना जा रहा है कि शपथ ग्र्रहण के बाद ही विभागों का बंटवारा किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.