पीआरसीआई चंडीगढ़ चैप्टर शुरू करेगा रोटेरियन अनीश भनोट के नाम पर पीआरसीआई अवार्ड
नॉर्थ जोन हेड रेणुका सलवान ने बताया कि अनीश भनोट ने समाज सेवा में योगदान देने के साथ साहित्य समाज के लिए काम करने वालों को भी हमेशा सहयोग दिया है। जिसे देखते हुए एक अवार्ड की शुरूआत उनकी याद को हमेशा जीवित रखेगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। पब्लिक रिलेशन काउंसिल आफ इंडिया (पीआरसीआई) चंडीगढ़ चैप्टर रोटेरियन अनीश भनोट की स्मृति में जल्द ही वार्षिक पीआरसीआई अनीश भनोट अवार्ड शुरू करेगा। यह निर्णय 14 जून काे हुई पीआरसीआई की आनलाइन मीटिंग में लिया गया। चंडीगढ़ चैप्टर के चेयरमेन विवेक अत्रेय ने बताया कि यह पुरस्कार हर साल ऐसे समाजसेवी को दिया जाएगा जो कि मानवता के भलाई के लिए काम कर रहा होगा। इसके लिए हर साल आवेदन मांगे जाएंगे और उसके काम को देखते हुए अवार्ड दिया जाएगा। वहीं, नॉर्थ जोन हेड रेणुका सलवान ने बताया कि अनीश भनोट ने समाज सेवा में योगदान देने के साथ साहित्य समाज के लिए काम करने वालों को भी हमेशा सहयोग दिया है। जिसे देखते हुए एक अवार्ड की शुरूआत उनकी याद को हमेशा जिंदा रखेगी।
नीरजा भनोट के भाई थे अनीश
स्व. अनीश भनोट 5 सितंबर, 1986 में पाकिस्तान के कराची में शहीद हुई नीरजा भनोट के छोटे भाई हैं। अनीश भनोट ने नीरजा की जीवनी लिखी थी। इसके बाद नीरजा भनोट पर फिल्म बनी थी जिसमें नीरजा की भूमिका सोनम कपूर ने अदा की थी। उसके बाद से अनीश दृष्टिहीनों के लिए लगातार काम कर रहे थे। वे उन्हें सहायक उपकरण प्रदान करवाते थे। साथ ही, दृष्टिहीनों को समाज के अन्य वर्गों के बराबर अधिकार दिलाने के लिए लगातार रोटरी क्लब के जरिए काम कर रहे थे। अनीश भनोट लेखकों और साहित्यकारों को भी फंडिग करते थे। इसके साथ ही वह समाज सेवा के विभिन्न कार्यो में भूमिका निभाते थे। अनीश भनोट का 10 जून की रात हृदयाघात के कारण देहांत हो गया था। वह 63 वर्ष के थे।