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पीयू सीनेट में यौन शोषणा मामले पर जमकर हंगामा

पंजाब यूनिवर्सिटी की शनिवार को सीनेट बैठक करीब सात घंटे तक चली।

By Edited By: Published: Sat, 17 Feb 2018 09:33 PM (IST)Updated: Sun, 18 Feb 2018 02:28 PM (IST)
पीयू सीनेट में यौन शोषणा मामले पर जमकर हंगामा
पीयू सीनेट में यौन शोषणा मामले पर जमकर हंगामा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी की शनिवार को सीनेट बैठक करीब सात घंटे तक चली, लेकिन इस दौरान किसी बड़े प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग सकी। बैठक में पीयू एफिलिएटेड कॉलेजों की इंस्पेक्शन टीम में सिर्फ कुछ चुनिंदा सदस्यों को चुनने और वीसी के खिलाफ यौन शोषण मामले की जांच कमेटी को लेकर जमकर बवाल हुआ। हंगामा देख वीसी भी बैठक से वाकआउट कर गए। सीनेट में पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेज कॉलेजों में गिने चुने लोग द्वारा ही इंस्पेक्शन करने पर सवाल उठाए गए। अशोक गोयल ग्रुप ने वीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि काफी समय से गिने चुने सीनेटर्स और फै कल्टी मैंबर ही कॉलेजों के इंस्पेक्शन पर जा रहे हैं। ऐसे में पीयू की साख दांव पर है। गोयल ने कहा कि क्यों अन्य सीनेटर्स को मौका नहीं दिया जा रहा है। मामले को लेकर जमकर बवाल मचा। इसके अलावा कॉलेज भवन गेस्ट हाउस में कमरे न मिलने और साफ सफाई की समस्या पर भी खूब बहस हुई। कई सीनेटर्स ने कहा कि कई बार तो कमरा तक नहीं मिलता। इसके बाद वीसी ने कहा कि कमरों की बुकिंग को ऑनलाइन किया जाएगा और रख रखाव किया जाएगा। चोर, लुटेरे और माफिया का बार-बार इस्तेमाल पीयू की सुप्रीम बॉडी के सदस्यों सीनेटर्स ने कई बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो शोभनीय नहीं हैं। कई ने बाकायदा लुटेरे, चोर और माफिया जैसे शब्दों को इस्तेमाल किया गया। इसको लेकर भी सवाल खड़े हुए कि इतने पढ़े-लिखे लोग ये कर रहे हैं तो बाहर क्या मैसेज जाएगा। अंत में 16 सीनेटर ही बचे सीनेटर्स के रवैये को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं। विशेष सीनेट में बैठक में 90 में से अंत में 16 सीनेटर ही बचे थे। करीब दो तिहाई सुबह आए थे। एक मामले पर चर्चा के दौरान सामने आया कि किसी भी मामले पर बात करने से पहले सीनेटर्स की संख्या सुनिश्चित कर ली जाए। क्योंकि बैठक का कोरम पूरा करना जरूरी है। उस वक्त 26 मैंबर थे। इन मामलों पर खड़े हुए सवाल - नरेश गौड़ ने साल 2013 में इंस्पेक्शन के दौरान कॉलेज की खामियों का मामला उठाया - राजेश गिल बोलीं, हर कोई कॉलेज इंस्पेक्शन पर क्यों जाना चाहता है - शैली वालिया ने इंस्पेक्शन की गुणवत्ता का मामला उठाया - वीसी ने रूसा के पास कॉलेजों के लिए पैसे नहीं होने और पीएचडी वायवा के लिए रूम बुकिंग की बात कही - आरके महाजन के कमेटी मैंबर को इंस्पेक्टरी राज कहने पर बवाल मचा - अशोक गोयल ने वीसी पर सीनेटर्स की बेइज्जती के आरोप जड़े - रिसर्च सेमिनार को ड्रामा कहने पर वीसी ने सीनेटर चमनलाल को लताड़ा - विक्की गिल ने टीए डीए नहीं लेने वाले सीनेटर्स को इंस्पेक्शन का काम देने को कहा दो मैंबर तो 70 से ज्यादा बार गए अशोक गोयल ने कहा कि दो सीनेटर तो ऐसे हैं जो पिछले कुछ समय में 70 से ज्यादा बार कॉलेजों में इंस्पेक्शन और सेलेक्शन में गए हैं। एक सदस्य 50 से ज्यादा बार गए। ज्यादातर सीनेटर्स ने कहा कि महज तीन लोग ही इंस्पेक्शन और सेलेक्शन का काम देख रहे हैं। यह ठीक नहीं है। यौन शोषण मामले पर कमेटी बनाने पर बवाल वीसी के खिलाफ यौन शोषण मामले पर कमेटी बनाने को लेकर बवाल हुआ। वीसी खेमे ने कहा कि जो पहले कमेटी बनी है उसमें दो मैंबर और जोड़े जाएं। वहीं, दूसरे खेमे ने कहा कि मामले को लेकर चांसलर की बनाई कमेटी को ही जांच करनी चाहिए। वीसी ने दो बार किया वाकआउट बैठक के दौरान वीसी ने दो बार वाकआउट किया और कई बार बहस भी काफी तीखी हो गई। सीनेट में वीसी के खिलाफ जब यौन शोषण का मामला आया तो वीसी सीनेट से बाहर चले गए और बैठक की अध्यक्षता सीनेटर प्रो. रौनकी राम ने की।

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