कोरोना महामारी के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी ने सीनेट के सभी चुनाव स्थगित किए
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शनिवार को सीनेट के इस महीने होने वाले सभी चुनाव को स्थगित करने का फैसला लिया है। पीयू रजिस्ट्रार कम रिटर्निग ऑफिसर की ओर से शनिवार दोपहर बाद 10 और 16 मई को प्रस्तावित सीनेट चुनाव को स्थगित करने का नोटिस जारी कर दिया।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण , चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शनिवार को सीनेट के इस महीने होने वाले सभी चुनाव को स्थगित करने का फैसला लिया है। पीयू रजिस्ट्रार कम रिटर्निग ऑफिसर की ओर से शनिवार दोपहर बाद 10 और 16 मई को प्रस्तावित सीनेट चुनाव को स्थगित करने का नोटिस जारी कर दिया। अधिकारियों के अनुसार कोरोना से चंडीगढ़ के साथ ही पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली राज्यों में बिगड़े हालात के बाद पीयू ने प्रशासनिक स्तर पर सभी सीनेट चुनाव को स्थगित करने का फैसला लिया है। चुनावों की नई तिथि कोविड-19 से हालात बेहतर होने के बाद तय की जाएगी।
पीयू ने शुक्रवार को ही पंजाब सरकार के निर्देश पर तीन मई को प्रस्तावित सीनेट चुनाव को भी स्थगित करने का फैसला लिया था। 26 अप्रैल को फैकल्टी चुनाव को पहले ही 19 मई के लिए पोस्टपोन कर दिया था। ऐसे में अब 19 मई को भी सीनेट चुनाव नहीं होगा। पीयू सीनेट चुनाव अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार पंजाब सरकार ने 27 अप्रैल को पंजाब में वीकेंड लॉकडाउन का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। साथ ही कोरोना की लहर के कारण पंजाब के किसी भी जिले में 10 लोगों से अधिक के एकत्रित होने पर पाबंदी लगा दी गई है।
पीयू प्रशासन के लिए पंजाब में बनाए गए चुनावी बूथों पर कर्मचारियों को भेजना और वहां मतदान करवा पाना मुमकिन नहीं है। शुक्रवार को पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर की बैठक में पीयू प्रशासन को फिलहाल कोरोना महामारी के हालात में चुनाव स्थगित करने का सुझाव दिया था। हरियाणा और हिमाचल प्रदेश ने भी राज्य में मतदान कराए जाने से साफ इंकार कर दिया है।
तीन से चार महीने तक सीनेट चुनाव संभव नहीं
पीयू सीनेट के सभी चुनाव स्थगित किए जाने की खबर को दैनिक जागरण ने ही सबसे पहले प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मौजूदा हालात को देखते हुए फिलहाल तीन से चार महीने तक किसी भी हालात में पीयू सीनेट चुनाव होना मुमकिन नहीं है। बीते छह महीने से पीयू गवर्निंग बॉडी सीनेट का कार्यकाल खत्म हो चुका है। पीयू प्रशासनिक और एकेडिमक से जुड़े सभी मामले अधर में लटके हुए हैं। कोरोना से हालात ऐसे ही रहे तो यह सत्र भी बिना सीनेट और सिडिकेट के निकल जाएगा। उधर पीयू सीनेट रिफार्म्स को लेकर भी मामला अधर में लटक गया है। पंजाब सरकार ने फिलहाल हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट को मंजूरी देने से मना कर दिया है। पीयू प्रशासन के सामने आने वाला समय काफी कठिन रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से पांच जून तक सीनेट चुनाव कराने के निर्देश दिए थे, ऐसे में अब पीयू प्रशासन हाईकोर्ट को मौजूदा हालात में सीनेट चुनाव स्थगित करने पर अपना पक्ष कोर्ट में रख सकता है। कोट्स ..कोट्स .
मनुष्य जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण इस समय कुछ नहीं है। ऐसे हालात में चुनाव स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। लेकिन यूनिवर्सिटी के गवर्निंग स्ट्रक्चर की बहाली के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन को अपने स्तर पर फैसला लेना होगा। बेहतर हालात होने पर सीनेट चुनाव कराए जाएंगे। बीते छह महीने से गवर्निंग बॉडी नहीं होने से पीयू को प्रशासनिक और एकेडिमक तौर पर बहुत नुकसान हुआ है। स्टूडेंट्स से जुड़े लंबित मुद्दों पर भी पीयू को अब गंभीरता से सोचना होगा।
अशोक गोयल, पूर्व सीनेटर पंजाब यूनिवर्सिटी
मौजूदा हालात में पीयू प्रशासन ने सही फैसला लिया है। इस समय लोगों की जान बचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसे समय में मतदान खतरे से खाली नहीं होगा। हालात ठीक होने पर सीनेट चुनाव कराए जाने चाहिए।
डॉ.इंदरपाल सिंह सिद्दू, पूर्व सीनेटर पंजाब यूनिवर्सिटी