चांसलर आफिस का पीयू को निर्देश, तत्काल भेजें सीनेट चुनाव का ड्राफ्ट शेड्यूल
चंडीगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी की गवर्निंग बाडी सीनेट चुनाव का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया है। यूटी प्रशासन के बाद अब पीयू चांसलर और देश के उपराष्ट्रपति आफिस से भी सीनेट चुनाव को हरी झंडी मिल गई है।
डा. सुमित ¨सह श्योराण, चंडीगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी की गवर्निंग बाडी सीनेट चुनाव का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया है। यूटी प्रशासन के बाद अब पीयू चांसलर और देश के उपराष्ट्रपति आफिस से भी सीनेट चुनाव को हरी झंडी मिल गई है। चांसलर आफिस से पीयू कुलपति प्रो.राजकुमार को भेजे गए पत्र में जल्द से जल्द सीनेट चुनाव का ड्राफ्ट शेड्यूल भेजने को कहा है। ऐसे में पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने सीनेट चुनाव कराने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है। बीते चार महीने पहले पीयू सीनेट और 31 दिसंबर 2020 ¨सडिकेट का कार्यकाल खत्म हो चुका है। पीयू के इतिहास में पहली बार दोनों ही गवर्निंग बाडी का कार्यकाल पिछले वर्ष अक्टूबर माह में ही समाप्त हो चुका है। सीनेट चुनाव का मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में भी लंबित है, जिसकी सुनवाई 27 जनवरी 2021 को होनी है। चांसलर आफिस से सीनेट चुनाव को लेकर जारी निर्देशों के बाद अब पीयू प्रशासन को हाईकोर्ट में भी चुनाव शेड्यूल की जानकारी देनी होगी। पीयू प्रशासन द्वारा लंबे समय से कोविड-19 का हवाला देकर सीनेट चुनाव को दो बार स्थागित किया जा चुका है। मामले में सात सीनेटर हाईकोर्ट भी पहुंच गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 18 जनवरी 2021 को पीयू रजिस्ट्रार द्वारा पीयू चांसलर आफिस को सीनेट चुनाव को लेकर जवाब तलब पर रिपोर्ट बनाकर भेजी गई, जिसमें बताया गया कि यूटी प्रशासन द्वारा सीनेट चुनाव की मंजूरी देने के बाद पीयू ने भी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पीयू प्रशासन ने पत्र में बताया कि सीनेट चुनाव (मतदान) के लिए छ राज्यों की सरकारों से अनुमति मांगी गई है। पीयू प्रशासन द्वारा भेजी इस पत्र पर चांसलर आफिस ने कड़ा संज्ञान लेते हुए 21 जनवरी को भेजे लेटर में तुरंत सीनेट चुनाव का ड्राफ्ट शेड्यूल देने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार बीते दो दिनों से छुट्टी में भी पीयू के अधिकारी सीनेट चुनाव का ड्राप्ट शेड्यूल तैयार करने मे जुटे रहे। सीनेटर का आरोप चुनाव लटकाने की कोशिश सीनेट चुनाव को लेकर कई महीनों से लगातार विवाद जारी है। पीयू के कुछ सीनेटर का आरोप है कि चांसलर आफिस से निर्देशों के बाद भी पीयू प्रशासन सीनेट चुनाव लटाने की कोशिश में है। सीनेटर के अनुसार पीयू सीनेट चुनाव में चांसलर आफिस का कभी हस्तक्षेप नहीं रहा है। पीयू के प्रशासनिक अधिकारी सीनेट और ¨सडिकेट दोनों गवर्निंग बाडी को खत्म करने पर आमदा हैं। सीनेट की विभिन्न फैकल्टी के तहत 47 सीटें पर चुनाव का पूरा प्रोसेस 24 अगस्त और 20 सितंबर होना तय था। कोविड-19 के कारण सीनेट चुनाव में वो¨टग को स्थागित किया गया था। लेकिन पीयू प्रशासन फिर से पूरे प्रोसेस को दोबारा करवा कर चुनाव को लटकाना चाहता है। सीनेट के दो सदस्यों का चयन कर नाम पंजाब विधानसभा स्पीकर द्वारा भेजा जाता है। मार्च में हो सकते हैं सीनेट की विभिन्न फैकल्टी के लिए मतदान चांसलर आफिस द्वारा सीनेट का चुनावी शेड्यूल तुरंत देने के निर्देशों के बाद पीयू प्रशासन के पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। नियमों के तहत 27 दिन के भीतर अब चुनाव से जुड़ा पूरा शेड्यूल तैयार करना होगा। ऐसे में उम्मीद है कि मार्च या अप्रैल शुरू में सीनेट चुनाव की सभी सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अप्रैल-मई में परीक्षाओं से पहले सीनेट चुनाव करवाना होगा। उधर सूत्रों की माने तो चांसलर आफिस द्वारा इस बार सीनेट के 31 नामित सदस्यों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है। नामिनेटेड सदस्यों की लिस्ट भी इस बार पहले जारी हो सकती है।