बेजुबानों की मदद को आए आगे, स्ट्रे डॉग्स को खाना खिला रहा पीयू एनएसएस संगठन
इंसानों की मदद को तो कई लोग और संस्था आगे आ रही हैं लेकिन बेजुबानों का बुरा हाल है। विशेष रूप से स्ट्रे डॉग्स की कोई सुध नहीं ले रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना की वजह इंसानों से लेकर जानवर तक बेहाल हैं। इंसानों की मदद को तो कई लोग और संस्था आगे आ रही हैं लेकिन बेजुबानों का बुरा हाल है। विशेष रूप से स्ट्रे डॉग्स की कोई सुध नहीं ले रहा है। इसी तरह की स्थिति में पीयू परिसर के स्ट्रे डॉग्स को भी भूखा मरना पड़ रहा है। हालांकि इन कुत्ताें की मदद के लिए विभागों के बाहर तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स भी आगे आए, लेकिन इतने ज्यादा कुत्तों को रोज खाना खिलाना बहुत मुश्किल है।
ऐसे में पंजाब यूनिवर्सिटी की एनएसएस संगठन ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल/इंडिया की मदद से इन स्ट्रे डॉग्स की मदद की जा रही है। एनएसएस ऑफिसर गौरव गौड़ ने बताया कि कोरोना की आपदा में लोगों को जानवरों की मदद करनी चाहिए। इस दौरान स्वर्णाली रॉय, अभियान प्रबंधक, उत्तर भारत से संपर्क किया गया और उन्होंने विनम्रतापूर्वक एचएसआइ/इंडिया की कंट्री डायरेक्टर आलोकपर्णा सेन गुप्ता से बात करके स्ट्रे डॉग्स की मदद की। नवदीप शर्मा, कार्यक्रम समन्वयक, एनएसएस ने बताया कि यह संगठन लगभग छह सप्ताह से सौ से अधिक कुत्तों के लिए खाने का प्रबंध कर रहा है।
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पोस्टर मेकिंग में विष्णु कुमारी फर्स्ट
सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसायटी ने वल्र्ड नो टोबैको डे पर एक अंतर-विद्यालय ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसमें विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिता के लिए भारी संख्या में प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। लगभग 150 प्रविष्टियां विभिन्न सरकारी मॉडल स्कूलों से आई, जबकि लगभग 85 प्रविष्टियां चंडीगढ़ के प्राइवेट स्कूलों से और 75 के करीब पंचकूला के स्कूलों से आई। सरकारी स्कूलों की श्रेणी में जीएमएसएसएच-33 की दसवीं की छात्र विष्णु कुमारी ने पहला स्थान हासिल किया। जीएमएसएसएस-39 में दसवीं की स्वाति ने दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीएमएसएसएस खुड्डा लाहोरा की मीनाक्षी जीता। रशिका को सांत्वना पुरस्कार मिला। चंडीगढ़ के प्राइवेट स्कूलों में प्रथम पुरस्कार संयुक्त रूप से वर्षा वर्मा और गो¨वद को मिला। द्वितीय पुरस्कार भजनप्रीत कौर को मिला, जबकि तीसरा पुरस्कार कृषिविका को मिला।