चंडीगढ़ के पार्कों में नहीं देनी होगी एंट्री फीस, बागवानी विभाग का प्रपोजल खारिज
बागवानी विभाग के प्रपोजल में कहा गया था कि पार्कों के रखरखाव पर नगर निगम का हर माह लाखों रुपए खर्च होता है। ऐसे में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों एंट्री चार्ज लिया जाना चाहिए।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। चंडीगढ़ घूमने के शौकीनों के लिए एक राहत की खबर आई है। शहर के बड़े पार्कों में एंट्री फीस लगाने का प्रपोजल खारिज हो गया है। आय के साधन बढ़ाने वाली कमेटी की बैठक में जब बागवानी विभाग की ओर से यह सिफारिश आई, तो कमेटी के सभी सदस्यों ने इसके खिलाफ अपने विचार रखे।
इसके साथ ही सुबह और शाम सैर करने वालों को हर माह शुल्क लेकर पास जारी करने के प्रपोजल को भी खारिज कर दिया गया है। इस प्रपोजल के पांच दिन पहले सामने आने के बाद भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद पहले ही इस प्रपोजल के विरोध में आ गए थे। इस प्रपोजल के खिलाफ शहरवासी जमकर विरोध कर रहे थे। बैठक में शामिल एक सदस्य के अनुसार शुरुआत में इसका प्रपोजल खारिज कर दिया गया। जबकि युवा कांग्रेस ने भी शहर में इस प्रपोजल के खिलाफ अभियान चलाया हुआ था। बैठक से पहले युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना विरोध प्रकट करने के लिए भी नगर निगम पहुंचे थे।
इन पार्कों में एंट्री फीस लगाने का था प्रस्ताव
रिपोर्ट में शहर के जिन बड़े पार्कों में एंट्री फीस लगाने की बात की गई है उसमे सेक्टर-16 का रोज गार्डन, सेक्टर-36 का फ्रेग्रेंसेंस गार्डन, सेक्टर-331 का जापानी गार्डन सेक्टर-49 का गार्डन ऑफ एनिमल और मनीमाजरा का शिवालिक गार्डन मनीमाजरा शामिल हैं। बागवानी विभाग का कहना है कि दूसरे राज्यों और अन्य सेक्टरों से आने वाले लोगों पर यह एंट्री फीस लगानी चाहिए। इन पार्कों के रखरखाव पर नगर निगम का हर माह लाखों रुपए खर्च होता है।
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