मोहाली में फिर केजरीवाल पर बरसे चंदूमाजरा, कहा- दिल्ली सीएम को पंजाब आकर किसानों की खुशियों में शामिल होने का अधिकार नहीं
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को छोड़कर कांग्रेस में गए कई कार्यकत्ताओं ने शनिवार को शिअद में वापसी की। चंदूमाजरा ने पार्टी में वर्करों की वापसी पर उनका स्वागत किया। इस दौरान चंदूमाजरा ने केजरीवाल व पंजाब सरकार पर जमकर जुबानी हमले किए।
जागरण संवाददाता, मोहाली। आनंदपुर साहिब से पूर्व सांसद सदस्य प्रो प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने शनिवार को मोहाली में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान चंदूमाजरा के निशाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहे। बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में दिल्ली सीएम का इन दिनों पंजाब में आना जाना लगा हुआ है। बीते वीरवार को भी केजरीवाल पंजाब दौरे पर थे।
चंदूमाजरा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंदर केजरीवाल को पंजाब आकर किसानों की खुशियों में शामिल होने का अधिकार नहीं है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को छोड़ कर कांग्रेस में गए कई कार्यकत्ताओं ने शनिवार को शिअद में वापसी की। चंदूमाजरा ने पार्टी में वर्करों की वापसी पर उनका स्वागत किया। इस दौरान चंदूमाजरा ने केजरीवाल व पंजाब सरकार पर जमकर जुबानी हमले किए।
चंदूमाजरा ने कहा कि तिहाड़ जेल में किसानों के साथ जो हुआ उसका जबाब केजरीवाल दे। पंजाब विधानसभा की कमेटी ने जो रिपोर्ट दी है उसमें कहा गया है कि किसानों के साथ तिहाड़ जेल में अमानवीय व्यवहार किया गया। इसके लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। चंदूमाजरा ने कहा कि तिहाड़ दिल्ली सरकार के अधीन है।
नवजोत सिंह सिद्धू का कोई स्टैंड नहीं
वहीं, पंजाब सरकार पर भी चंदूमाजरा ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पांच साल तक पंजाब की कांग्रेस सरकार ने प्रदेशवासियों के लिए कुछ नहीं किया। अंत में आकर कभी मुख्यमंत्री बदले जा रहे हैं तो कभी मंत्री। मुख्यमंत्री अपनी मर्जी का एडवोकेट जरनल और डीजीपी नहीं लगा सकता। सवाल के जवाब में चंदूमाजरा ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का कोई स्टैंड नहीं है। उन्होंने कहा कि सिद्धू मुख्यमंत्री को कंट्रोल करना चाह रहे हैं। जो मुख्यमंत्री कंट्रोल से चलेगा वे क्या स्टेट चलाएगा। कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का का चंदूमाजरा ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि किसानों की ओर भी जो मांगें है उन्हें जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाए, ताकि किसान घर वापसी कर सके।