बेहतर खेल सुविधाओं के लिए मोहाली में अब पीपीपी मॉडल पर तैयार होगा इंफ्रास्ट्रक्चर
मोहाली के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए अब स्पोर्ट्स प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल का सहारा ले सकता है।
जासं, चंडीगढ़ : मोहाली के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए अब स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल का सहारा ले सकता है। इस बात के संकेत खुद पंजाब स्पोर्ट्स एंड यूथ सर्विस के निदेशक डीपीएस खरबंदा ने दिए हैं। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम, मल्टीपर्पज हाल-63 और 78 में आपको जल्द बड़े बदलाव नजर आएंगे। खिलाड़ियों को इंटरनेशनल स्तर का स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर सुविधाएं देने के लिए डिपार्टमेंट पीपीपी मॉडल का सहारा ले रहा है। उन्होंने बताया कि हमारे स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में काफी जगह बिना इस्तेमाल के खाली पड़ी हुई है, ऐसे में हम चाहते हैं कि पीपीपी मॉडल से इसे विकसित किया जाए, ताकि एमच्योर और प्रोफेशनल खिलाड़ी भी इस इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ उठा सकें। हम इस दिशा में काफी काम कर चुके हैं। इसमें खिलाड़ियों को तो फायदा होगा ही इसके साथ स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के लिए आय के साधन बढ़ेंगे। जिसका इस्तेमाल खेल को प्रमोट करने के लिए किया जा सकता है। स्टेडियम को विकसित करने के लिए है काफी जमीन
हॉकी स्टेडियम-63 की 11.8 एकड़ जमीन है। इसमें ज्यादातर जमीन खाली पड़ी हुई है। इसमें निर्माणकार्य करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। अभी हमारी कोशिश यही है कि इसका नक्शा पास हो जाए। इसके बाद अगले स्तर काम शुरू किया जाएगा। यह स्टेडियम प्राइम लोकेशन पर स्थित है। यकीनन खिलाड़ियों को इसका खासा फायदा पहुंचेगा। एयरपोर्ट एरिया और ग्रामीण एरिया भी नजदीक है। ऐसे में हर तरफ से यह काफी सुविधाजनक है। खिलाड़ियों को दी जाएंगी मुफ्त कोचिग
खरबंदा ने बताया कि हम पीपीपी मॉडल के तहत जो इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट करने जा रहे हैं। हमारे खिलाड़ी उसका इस्तेमाल बिल्कुल मुफ्त करेंगे। इसके अलावा अन्य खेलप्रेमियों के से मामूली फीस ली जाएगी, ताकि इस इंस्फास्ट्रक्चर को व्यवस्थित रखा जाए। ऐसी व्यवस्था से पहले ही स्टेडियम में मौजूदा स्विमिग पूल में अपनाई जा रही है।