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दूसरे शहरों से बेहतर चंडीगढ़; जानिए कैसे पंजाब, हरियाणा और दिल्ली प्रदूषण की चादर में लिपटे

रविवार सुबह पंजाब के लुधियाना जालंधर और अमृतसर जैसे सभी प्रमुख शहरों में एक्यूआइ का स्तर 200 से अधिक दर्ज किया गया। इसे काफी खराब स्थिति माना जाता है। कई जगह तो यह 250 से भी अधिक मिला।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 31 Oct 2021 02:15 PM (IST)Updated: Sun, 31 Oct 2021 02:15 PM (IST)
दूसरे शहरों से बेहतर चंडीगढ़; जानिए कैसे पंजाब, हरियाणा और दिल्ली प्रदूषण की चादर में लिपटे
चंडीगढ़ में रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 90 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। ताममान कम होने से हवा में नमी की मात्रा जैसे जैसे बढ़ रही प्रदूषण का स्तर भी वैसे ही बढ़ रहा है। अब सभी शहरों में इसका असर दिखने लगा है। हालांकि चंडीगढ़ अभी भी दूसरे शहरों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है। रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 90 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। आस-पड़ोस के सभी शहरों में हालात इससे ज्यादा खराब हैं। पंजाब, हरियाणा और राजधानी दिल्ली सभी जगह अब एक जैसे हालात हैं।

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बात पंजाब की करें तो रविवार को अधिकतर शहरों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। रविवार सुबह लुधियाना, जालंधर और अमृतसर जैसे सभी प्रमुख शहरों में एक्यूआइ का स्तर 200 से अधिक दर्ज किया गया। इसे काफी खराब स्थिति माना जाता है। कई जगह तो यह 250 से भी अधिक मिला। इस हवा में सांस लेना भी कमजाेर इम्यून सिस्टम वालों के लिए खतरनाक होता है।

हरियाणा का हाल बुरा

पंजाब ही नहीं हरियाणा के शहरों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां भी करनाल, करुक्षेत्र जैसे धान उत्पादन करने वाले एरिया में एक्यूआइ 250 से अधिक दर्ज किया गया। पानीपत का तो 298 एक्यूआइ रहा। यह बेहत ज्यादा खराब स्थिति है।

राजधानी दिल्ली प्रदूषण की चपेट में

देश की राजधानी नई दिल्ली और एनसीआर एरिया भी प्रदूषण की चपेट में हैं। नई दिल्ली सहित साथ लगते एनसीआर एरिया में सभी जगह एक्यूआइ 250 से अधिक दर्ज किया गया। दिन में भी प्रदूषण का धुआं कोहरे की चादर की तरह दिखने लगा है। इससे सांस के मरीजों को सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है।

पराली जलनी बंद नहीं हुई तो रुकेंगी सांसें

इन दिनों धान कटाई का सीजन अंतिम चरण में है। धान कटाई के बाद गेहूं बीजने के लिए पराली जलाई जा रही है। पंजाब और हरियाणा के एरिया में कटाई के बाद पराली जलने की घटनाएं खूब हो रही हैं। पराली जली तो ठंड बढ़ने पर खुली हवा में सांस लेना आसान नहीं होगा। खासकर सांस संबंधी बीमारी ग्रस्त लोगों की मुश्किल बढ़ने वाली है। अब इसके कम होने के आसार नहीं है। बल्कि ठंड बढ़ने के साथ हवा और खराब होगी। पराली जली तो नवंबर में यह नए रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है।

शहर                एक्यूआइ लेवल

चंडीगढ़               90

नई दिल्ली            271

गुरुग्राम              262

फरीदाबाद          242

बल्लभगढ़           369

करनाल             229

कुरुक्षेत्र             279             

अंबाला             130

जालंधर             223

लुधियाना            245

अमृतसर            275

जानें पॉल्यूशन का एक्यूआइ मानक

0-50 अच्छा

51-100, संतोषजनक

101-200 मॉडरेट

201-300 खराब

301-400 बेहद खराब

401-500 बेहद ज्यादा खराब


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