PUTA चुनाव रद्द होने पर शुरू हुई राजनीति, खालिद-सिद्धू ग्रुप ने कमेटी पर उठाए सवाल
खालिद-सिद्धू ग्रुप ने पुटा कमेटी पर भी सवाल खड़े कर दिए है। उन्होंने पुटा सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुटा कंस्टीट्यूशन की कॉपी का उन्हेंं वो पेज दिया जाए जिसमें लिखा है कि रिटर्निंग ऑफिसर को चुनाव रद करने की पावर है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पुटा) चुनाव रद होने के बाद उस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। दोनों ग्रुप चुनाव रद्द होने को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। वहीं खालिद-सिद्धू ग्रुप ने पुटा कमेटी पर भी सवाल खड़े कर दिए है। पुटा चुनाव में सचिव पद के दावेदार एमसी सिद्धू ने वर्तमान सचिव से पुटा कंस्टीट्यूशन की कॉपी की मांग की है। उन्होंने पुटा सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुटा कंस्टीट्यूशन की कॉपी का उन्हेंं वो पेज दिया जाए जिसमें लिखा है कि रिटर्निंग ऑफिसर को चुनाव रद करने की पावर है। मृत्युंजय ग्रुप पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव स्थगित होने के पीछे मृत्युंजय ग्रुप का हाथ है।
रिटर्निंग ऑफिसर के पास नहीं कोई पावर: एमसी सिद्धू
एमसी सिद्धू ने चुनाव स्थगित होने पर रिटर्निंग ऑफिसर के इस फैसले पर सवालिया निशान लगाए है। सिद्धू ने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर चुनाव से ठीक एक दिन पहले चुनाव को स्थगित करने की घोषणा करते है, जबकि उनके पास चुनाव स्थगित और रद करने की पावर नहीं है। उन्हेंं समझ नहीं आ रहा फिर किस आधार पर उन्होंने चुनाव को रद्द करने का निर्णय लिया।
रिटर्निंग ऑफिसर का काम सिर्फ वोट डलवाना
सिद्धू ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर का काम केवल वोट डलवाना होता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह भी कई बार लोकसभा चुनाव के दौरान रिटर्निंग की भूमिका निभा चुके हैं। अगर कोई शिकायत आती है तो उस पर फैसला रिटर्निंग ऑफिसर नहीं ले सकता। अगर उन्हें कोई परेशानी थी तो वह कुलपति को कहते लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
डीसी को चिट्ठी लिखने का भी नहीं किया खुलासा
रिटर्निंग ऑफिसर ने चुनाव स्थगित करने का हवाला, डीसी की मंजूरी को नहीं बताया है। सिद्धू ने इस बात पर भी सवाल खड़े करते कहा कि जब रिटर्निंग ऑफिसर ने डीसी को चिट्ठी लिखी थी तो उसकी जानकारी उन्हें क्यों नहीं बताई गई। अंत में चुनाव स्थगित करके वो डीसी की अनुमति का हवाला दे रहे है। उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर होकर डीसी को चिट्ठी लिखने की बात को भी गलत ठहराया।
चुनाव को लेकर पुटा एग्जिक्यूटिव और पुटा सचिव ने लेना था फैसला
पुटा चुनाव को लेकर तारीख से लेकर हर चीज पुटा एग्जिक्यूटिव और पुटा सचिव ने निर्धारित करनी होती है। चुनाव को स्थगित करने से दूसरा ग्रुप अपने मनसूबों में कामयाब हो गया।