फिल्म की प्रमाेशन काे ट्राईसिटी पहुंचे युवराज हंस बाेले- रिश्ताें के बीच कभी नहीं अाई राजनीति Chandigarh News
राजनीति बहुत व्यस्तता लेकर आती है। पिता भी व्यस्त हैं लेकिन जब भी मौका मिलता है वह मिलने आते हैं। ऐसे में हमें कभी ये नहीं लगा कि रिश्ते के बीच राजनीति आ गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। राजनीति बहुत व्यस्तता लेकर आती है। पिता भी व्यस्त हैं लेकिन जब भी मौका मिलता है वह मिलने आते हैं। ऐसे में हमें कभी ये नहीं लगा कि रिश्ते के बीच राजनीति आ गई है। एक्टर युवराज हंस कुछ इसी अंदाज में अपने पिता हंसराज हंस के रिश्ते को साझा करते हैं। वीरवार को वह एलांते मॉल में फिल्म यार अनमुल्ले रिटर्न्स पर बात करने पहुंचे।
युवराज ने कहा कि फिल्म और गीत अभी भी बहुत कम ही करते हैं। मैं अब ज्यादा काम नहीं बल्कि अच्छा काम करना चाहता हूं। ऐसे में जो भी करता हूं, वो कम और क्वालिटी से भरा ही करता हूं।
फैमिली का बनाया है वाट्सएप ग्रुप
युवराज ने कहा कि इन दिनों पूरा परिवार अलग-अलग रहता है। बड़े भाई नवराज मुंबई में, पिता और मां दिल्ली में है, मैं मोहाली में रहता हूं। ऐसे में हमने अपना एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसमें दिन भर बातचीत करते रहते हैं। हां, कभी एक-दूसरे से मिलने का मन हो तो मिलने पहुंच जाते हैं।
मुझे पसंद है कि भाई इन दिनों ज्यादा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा है। मैं चाहता हूं कि गाने तो गाउं, मगर उनका कोई मकसद हो। ऐसे में अपनी एक टीम बनाई है, जिसके तहत एक गाने या फिल्म की भी लंबी रिसर्च करते हैं। जिसके बाद ही कोई गाना या फिल्म तैयार करते हैं।
इस फिल्म को करने के पीछे भी खास वजह थी। इसमें मेरे दोस्त हरीश वर्मा हैं, साथ ही इसके पहले पार्ट में भी मैं था। फिल्म में कॉलेज की लाइफ है। जिसमें हम मस्ती करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में मुझे ये एक तरह से बैक टू कॉलेज वाली फील देता है।