ऑनलाइन कवि सम्मेलन में हुई महिला सशक्तीकरण की बात, बेटियों को समर्पित की कविताएं
सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से कवियत्रियों ने हिस्सा लिया। इसमें डॉ. सुरभि प्रधान के रूप में शामिल हुईं। बेटियों को समर्पित इस कवि सम्मेलन में महिलाओं ने अपनी भावनाएं अहसास और जज्बातों को कविता के द्वारा पेश किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। महिला कविता मंच, मोहाली द्वारा मंगलवार को ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित करवाया गया। इस सम्मेलन में डॉ. सुरभि प्रधान के रूप में शामिल हुईं। बेटियों को समर्पित इस कवि सम्मेलन में महिलाओं ने अपनी भावनाएं, अहसास और जज्बातों को कविता के द्वारा पेश किया। इस अवसर पर डॉ. सुरभि ने अपनी बेटी को समर्पित कविता सुनाई, जोकि इस प्रकार हैः-
''जब मेरी बेटी विदा होगी
तो वह अपना यह घर नहीं छोड़ेगी
बल्कि एक और घर जोड़ेगी
अपनी खुशबू अपनापन
दोनों घरों में बिखरेगी।''
सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से कवियत्रियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में प्रधांनगी मंडल में शारदा मित्तल, राशि श्रीवास्तव, संगीता शर्मा और सुनीता गर्ग शामिल हुए। सम्मेलन का आयोजन अमरजीत कौर ने किया उन्होंने सम्मेलन में अपनी भावनाओं को ग़ज़ल के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर आधारित बेहतरीन साहित्य लिखा गया है। ऐसे में इस मंच की स्थापना की गई। ताकि इस साहित्य की चर्चा की जा सके। साथ ही देश भर में विभिन्न राज्यों में महिलाओं पर आधारित साहित्य को साझा किया जा सके।
सम्मेलन में मंच संचालन डॉ उपेंद्र अजीत कौर ने किया। सम्मेलन की शुरुआत सुधा जैन द्वारा सरस्वती वंदना से की गई। इसके बाद सम्मेलन में सोनिया मीनू सुनीत सुरेंद्र कौर प्रभजोत कौर बेदी बेदी जुनेजा, नीना, शैल्जा पांडे और नीरजा शर्मा ने महिला सशक्तीकरण पर आधारित कविताएं पढ़ी।
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