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अखाड़ा छोड़ क्रिकेट में आजमाया हाथ

कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान ¨पकी ने कहा कि लगातार अखाड़े में पसीना बहाने की बजाय कुछ नया करने को लेकर चंडीगढ़ महिला क्रिकेट एसोसिएशन की टीम के साथ मैच खेलने का विचार बनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 11:37 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:37 PM (IST)
अखाड़ा छोड़ क्रिकेट में आजमाया हाथ
अखाड़ा छोड़ क्रिकेट में आजमाया हाथ

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान ¨पकी ने कहा कि लगातार अखाड़े में पसीना बहाने की बजाय कुछ नया करने को लेकर चंडीगढ़ महिला क्रिकेट एसोसिएशन की टीम के साथ मैच खेलने का विचार बनाया गया। ¨पकी ने यह शब्द वीरवार को सेक्टर-45 देव समाज कॉलेज में आयोजित चैंपियनशिप के दौरान कहे। जहां पर प्रो-रेस¨लग लीग के दौरान तनाव व मैच प्रैशर को कम करने के लिए ¨पकी के साथ सभी अखाड़े के योद्धाओं ने क्रिकेट के मैदान पर शॉट लगाकर समय बिताया। इस क्रिकेट मैच में पूजा, ¨पकी और ऋतु फौगाट के अलावा पीडब्ल्यूएल की टीम में कोलंबिया की आंद्रेया कैरोलिना, हंगरी की सानेट नेमेथ, वेनेजुएला की बेथजबेथ आरगुएलो, यूक्रेन की शस्टोवा अनस्तासिया और रोमानिया की कैथरीना जियादाचिवस्का जैसी ओलंपियन और यूरोपीय चैंपियन खिलाड़ियों को शामिल किया गया था। उल्लेखनीय है कि विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पूजा ढांडा द्वारा वीरवार को कॉलेज परिसर में प्रो रेस¨लग लीग (पीडब्ल्यूएल) सीजन-4 में शामिल अन्य महिला पहलवानों और महिला क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआइसीए) के बीच एक दोस्ताना मैच का आयोजन किया गया। इस मैच में पूर्व भारतीय क्रिकेटर री¨तदर ¨सह सोढी भी मौजूद रहे, जिन्होंने एक मेंटॉर की भूमिका निभाते हुए महिला पहलवानों के साथ बातचीत की और उन्हें क्रिकेट के कुछ गुर भी सिखाए। वहीं इस मौके पर चंडीगढ़ एसएसपी नीलांबरी विजय जगदाले ने भी वूमेन रेसलर से मुलाकात की। इस मौके पर रेसलर ¨पकी ने कहा कि इस मैच से जहां लड़कियों की ओर से कुश्ती में भागेदारी को मजबूती मिलेगी। वहीं लड़कियों को आत्मरक्षा में भी सहायाता मिलेगी। ओल¨पक में पदक जीतने के बाद भी नहीं मिल रहे स्पांसर

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¨पकी ने बातचीत के दौरान बताया कि महिला पहलवान ओलंपिक तथा अन्य इंटरनेशनल चैंपियनशिप में पदक जीत रही हैं। इसके बाद भी पहलवानों को स्पांसर नहीं मिल रहे हैं। हालांकि प्रो-रेस¨लग लीग शुरू होने से पहलवानों को फायदा हुआ है, लेकिन जीतना क्रिकेट खिलाडि़यों को होता है। उससे अभी बहुत पीछे हैं। 2016 में वह यूपी योद्धा टीम में थीं, जिससे उनका अनुबंध 4 लाख रुपए के करीब था, लेकिन इस साल दिल्ली सुल्तान टीम ने 5 लाख रुपये में अनुबंध किया है। समाज में खेलों के महत्व को समझती हूं : जगदाले

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित चंडीगढ़ एसएसपी नीलांबरी विजय जगदाले ने कहा कि मैं खुद एक खिलाड़ी रही हूं और मैं एक सभ्य समाज में खेलों के महत्व को समझती हूं। आज हमारे साथ प्रसिद्ध फौगाट बहनों में से एक ऋतु हैं। मैं हमारे बीच में उन्हें देखकर बहुत खुश हूं और मुझे इस बात की भी खुशी है कि महिला पहलवानों ने एक ऐसे खेल में अपना हाथ आजमाया है, जो हमारे देश में बहुत लोकप्रिय है और जिसका लोग भरपूर आनंद लेते हैं। कुश्ती और क्रिकेट में बहुत एकाग्रता की जरूरत : पूजा

एमपी योद्धा की आइकन खिलाड़ी पूजा ढांडा ने कहा कि कुश्ती और क्रिकेट दोनों में बहुत एकाग्रता और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। साथी महिला पहलवानों के साथ खेलना काफी मजेदार बात थी। हममें से प्रत्येक ने खेल का आनंद लिया। इससे हमें बेहतर तरीके से आपस में जुड़ने और अपनी मित्रता को विकसित करने में मदद मिली। लीग में अभी हमें एक लंबा रास्ता तय करना है और इस तरह की गतिविधियों के जरिए निश्चित तौर पर हम अच्छा महसूस करते हैं।


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