टैगोर थिएटर-18 में हाए मैं लुट्टी गई का मंचन
शक, एक ऐसी बीमारी जिसका इलाज कुछ भी नहीं है। अच्छे खासे रिश्ते को भी तोड़ देता है ये शक। इसी को मजेदार तरीके से अपने नाटक में दिखाया लेमन ड्रॉप्स आर्ट ग्रुप के कलाकारों ने।
जासं, चंडीगढ़ : शक, एक ऐसी बीमारी जिसका इलाज कुछ भी नहीं है। अच्छे खासे रिश्ते को भी तोड़ देता है ये शक। इसी को मजेदार तरीके से अपने नाटक में दिखाया लेमन ड्रॉप्स आर्ट ग्रुप के कलाकारों ने। जिन्होंने नाटक हाए मैं लुट्टी गई का मंचन वीरवार को नाट्योत्सव के पहले दिन किया। नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर, पटियाला द्वारा आयोजित थिएटर फेस्टिवल के पहले दिन मंचित इस नाटक का निर्देशन प्रीति जैन ने किया। नाटक में जीएमसीए-32 के डायरेक्टर डॉ. बीएस चवन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
नाटक एक दंपति के जीवन पर आधारित है। जो खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है। दोनों हंसी खुशी जिदंगी के हर पल का मजा लेते हैं। मगर एक दिन एक फोन आता है, पति फोन पर बात करता है, उसके लहजे को देखकर पत्नी शक करने लगती है। धीरे धीरे ये शक बढ़ता जाता है। पत्नी को शक है कि उसका पति बाहर किसी औरत से मिलता है। शक धीरे धीरे दोनों के रिश्ते को तोड़ने लगता है। आखिरकार बात तलाक तक पहुंच जाती है। ऐसे में वो किरदार, जो अकसर फोन के दूसरी और होता है सामने आ जाता है। ये किरदार और कोई नहीं पति और पत्नी का दोस्त ही होता है, जिसकी वजह से दोनों के बीच इतनी मुसीबत आती है। नाटक को हैप्पी एं¨डग के तहत खत्म किया गया और साथ ही दोस्ती में शक की जगह कभी न देने का संदेश भी दिया गया। इन कलाकारों ने किया काम
नाटक में जसवीर कुमार, प्रीति जैन, मनप्रीत ¨सह, ¨रकू जैन, सोनिका भाटिया, सौरभ बग्गा, ममता महाजन, राहुल, मीना चड्ढा, सनी संधू, मुकेश चंडालिया, चंदा गढ़ोला, पदम ¨सधरा आदि कलाकारों ने भाग लिया। आज देखिए नाटक कंबल
टैगोर थिएटर-18 में चल रहे नाट्योत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को नाटक कंबल का मंचन होगा। ये नाटक अनूप शर्मा के निर्देशन में खेला जाएगा, जो शाम 6.30 बजे से शुरू होगा। इसमें एंट्री फ्री रहेगी।