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PGI चंडीगढ़ की सीरो सर्वे रिपोर्ट, कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर नहीं होगा असर, बच्चों में मिली एंटीबॉडी

राहत इस बात की है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आई भी तो बच्चे सुरक्षित रहेंगे। इनमें भी गांवों के बच्चे ज्यादा महफूज हैं। यह जानकारी पीजीआइ द्वारा किए जा रहे सीरो सर्वे रिपोर्ट में सामने आई है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 10:20 AM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 03:19 PM (IST)
PGI चंडीगढ़ की सीरो सर्वे रिपोर्ट, कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर नहीं होगा असर, बच्चों में मिली एंटीबॉडी
चंडीगढ़ में बच्चों का सीरो सर्वे अलग-अलग जगह शुरू हो चुके हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की दूसरी लहर का प्रभाव कम हो चुका है। तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की चर्चाओं से माहौल गर्म है। हेल्थ एक्सपर्ट कभी इसके अगस्त तो कभी सितंबर में तीसरी लहर आने की चेतावनी जारी कर रहे हैं। चंडीगढ़ प्रशासन (Chandigarh Administration) भी इसी हिदायत को ध्यान में रख तैयारी करने में जुटा है।

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इस बीच एक राहत की खबर पीजीआइ चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) से आई है। राहत इस बात की है कि तीसरी लहर आई भी तो बच्चे सुरक्षित रहेंगे। इनमें भी गांवों के बच्चे ज्यादा महफूज हैं। यह जानकारी पीजीआइ द्वारा किए जा रहे सीरो सर्वे रिपोर्ट में सामने आई है। पीजीआइ के डायरेक्टर प्रो. डॉ. जगतराम ने बताया कि बच्चों का सीरो सर्वे वह शहर में अलग-अलग जगह शुरू कर चुके हैं। इसके बेहतर परिणाम आ रहे हैं। सेक्टरों में पॉजिटिविटी रेट 64 फीसद और गांवों में 73 फीसद मिल रहा है। उच्च सीरो पॉजिटिविटी रेट का मतलब है कि ज्यादातर बच्चों में कोरोना वायरस के प्रति एंटीबॉडी मौजूद है। ऐसे में बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर का खतरा नहीं है ऐसा माना जा सकता है। मंगलवार से कॉलोनियों में भी सीरो सर्वे शुरू किया गया है।

कोरोना से हालात सुधरने पर अब सर्जरी भी शुरू कर चुके हैं। रोजाना करीब 1600 सर्जरी इन दिनों कर रहे हैं। 1600 मरीज उनके पास इनडोर में दाखिल हैं। डा. जगत राम ने यह जानकारी पंजाब राजभवन में कोविड वॉर रूम मीटिंग के दौरान प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को दी। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंग्स के केस भी अब रोजाना तीन या चार ही आ रहे हैं। इससे मौत भी कम होकर 11 फीसद तक हो गई है। 

डॉ. जगतराम ने बताया कि दो हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन प्लांट बुधवार से शुरू हो जाएगा। इससे ऑक्सीजन की समस्या काफी हद तक नहीं रहेगी। यह प्लांट पर्यवरण से ही गैस लेकर ऑक्सीजन में बदलेगा। जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. जसबिंदर कौर ने बताया कि ऑनलाइन अपोइंटमेंट के बाद फिजिकल ओपीडी शुरू कर चुके हैं। डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डॉ. अमनदीप कंग ने बताया कि पिछले सप्ताह पॉजिटिविटी रेट कम होकरर 0.6 फीसद हो चुका है। रिकवरी रेट 98.5 फीसद हो गया है। 5.66 लाख 601 कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। अभी 26 हजार 199 डोज बची हैं।

सीटीयू बसों से होगी वैक्सीनेशन

डॉ. अमनदीप कंग ने बताया कि सीटीयू बसों की सहायता से मोबाइल वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी। अगले सप्ताह से बसों में वैक्सीनेशन के लिए टीम अलग-अलग एरिया में पहुंचेगी। सुखना लेक पर भी कोविड वैक्सीनेशन के स्पेशल कैंप की शुरुआत हो चुकी है। मंगलवार को पहले दिन लेक पर घूमने आए लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान कुछ लोगों ने पहली तो कुछ ने दूसरी डोज लगवाई।


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