PGI चंडीगढ़ की रिसर्च, आपका इम्यून सिस्टम भी है कमजोर तो हो जाएं सावधान, कोरोना से नहीं बचा पाएगी वैक्सीन की दोनों डोज
आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है जल्दी बीमार पड़ते हैं। ऑटो इम्यून डीजीज जैसे गठिया और वास्कुलाइटिस से ग्रस्त हैं तो तनिक भी ढिलाई न बरतें। कोरोना संक्रमण आपके एक दम आस-पास है। मास्क नहीं पहनने की आदत या भीड़ में शामिल होना भारी पड़ सकता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है जल्दी बीमार पड़ते हैं। ऑटो इम्यून डीजीज जैसे गठिया और वास्कुलाइटिस से ग्रस्त हैं तो तनिक भी ढिलाई न बरतें। कोरोना संक्रमण आपके एक दम आस-पास है। मास्क नहीं पहनने की आदत या भीड़ में शामिल होना भारी पड़ सकता है।
कोरोना संक्रमण आपको तुरंत चपेट में लेगा। फिर चाहे आपने कोरोना की वैक्सीन ही क्यों न लगवा ली हो और वैक्सीनेशन भी दोनों डोज लग गई हैं तो भी खतरा बरकरार है। ऐसे लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर रहता है। वैक्सीन के बाद जो एंटीबॉडी बनती है वह उतनी ही जल्दी गिरती भी है। यह चौंकाने वाली जानकारी पीजीआइ चंडीगढ़ की रिसर्च में सामने आई है।
सामान्य व्यक्ति से कम रहता है वैक्सीन का असर
पीजीआइ स्टडी में सामने आया कि प्रतिरोधक क्षमता कम करने वाली बीमारी में कोरोना टीके की खुराक का असर सामान्य व्यक्ति की तुलना में कम रहता है। इतना ही नहीं ऐसे लोगों की एंटीबॉडी बहुत तेजी से कम गिरती है यानी कोरोना वैक्सीन से जो एंटी बॉडी बनेगी वह तेजी से कम हो जाती है। यह निष्कर्ष कोरोना टीकाकरण को लेकर विश्वभर में अब तक हुए 25 अध्ययन के विश्लेषण के आधार पर निकाला गया है। पीजीआइ के विशेषज्ञों ने इन 25 अध्ययनों का बारीकी से विश्लेषण किया है।
एंटीबॉडी तेजी से होती है काम
स्टडी करने वाली टीम में शामिल पीजीआई इंटर्नल मेडिसीन के रुमेटोलॉजिस्ट प्रो. अमन शर्मा ने बताया कि ऑटोइम्यून बीमारी वाले रोगियों की देखभाल कोरोना महामारी के दौरान चुनौतीपूर्ण रही है। वैश्विक स्तर पर रुमेटोलॉजिस्ट के लिए ऐसे लोगों पर वैक्सीन का प्रभाव चिंता का विषय रहा है। टीकाकरण के बाद ऐसे रोगियों में एंटीबॉडी में जल्दी गिरावट के कुछ प्रमाण मिले हैं जो कि चिंताजनक है। इनमें रूमेटोइड गठिया, सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमैटोसस और वास्कुलाइटिस जैसी कई सामान्य बीमारियां शामिल होती हैं।
स्टेरॉयड लेना भी खतरे से कम नहीं
स्टडी विश्लेषण में शामिल पीजीआई गैस्टो विभाग के डा. विशाल शर्मा ने बताया कि इनफ्लिक्सिमैब, एडालिमैटेब, 5-एमिनोसैलिसिलेट्स और वेदोलिज़ुमैब जैसी दवाइयां कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद इसकी प्रतिक्रिया को प्रभावित नहीं करती हैं। लेकिन कुछ दवाओं जैसे रीटक्सिमैब, स्टेरॉयड और इम्युनोमोड्यूलेटर ने दोहरी खुराक के बाद भी टीकाकरण के प्रति प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम कर दिया। इनकी एंटीबॉडी कम हुई मिली।