PGI चंडीगढ़ में कोविड वार्ड में ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए परविंदर सिंह, उसी वार्ड में भर्ती हुए, वहीं तोड़ा दम
पीजीआइ चंडीगढ़ में बीते छह महीने से कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे अनुबंध कर्मचारी परमिंदर सिंह की बीते शनिवार को कोरोना से मौत हो गई। मृतक परमिंदर सिंह पिछले लगभग 11 साल से पीजीआइ में कांट्रेक्ट बेस पर हॉस्पिटल अटेंडेंट के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। पीजीआइ चंडीगढ़ में बीते छह महीने से कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे अनुबंध कर्मचारी परमिंदर सिंह की बीते शनिवार को कोरोना से मौत हो गई। पीजीआइ में कांट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है ऐसे कर्मचारियों के लिए मुआवजे को लेकर पॉलिसी बननी चाहिए। मृतक परमिंदर सिंह पिछले लगभग 11 साल से पीजीआइ में कांट्रेक्ट बेस पर हॉस्पिटल अटेंडेंट के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
परमिंदर सिंह की 15 मई को कोरोना संक्रमित हुए थे। उसके बाद सांस लेने में तकलीफ होने के बाद 17 मई को उनको पीजीआइ के कोविड वॉर्ड में भर्ती करवाया गया था। 13 दिन तक कोरोना से जंग लड़ते हुए 29 मई परमिंदर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक परमिंदर सिंह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए थे और कुछ दिनों से अपने कई दोस्तों और घर वालों को फोन करके पीजीआइ से छुट्टी करवा कर खुद को घर ले जाने की गुहार लगा रहे थे। डॉक्टरों के अनुसार उनकी स्थिति को नाजुक देखते हुए ऐसा करना संभव नहीं था। परमिंदर सिंह के परिवार में पत्नी दो बेटियां और एक बेटा है। 29 मई को परमिंदर सिंह का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनके पैतृक गांव मुल्लांपुर गरीबदास में किया गया है।
अनुबंध कर्मचारियों ने मांग की है कि परमिंदर सिंह के परिवार को ठेकेदार प्रबंधन, पीजीआइ प्रशासन व सरकार के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण इत्यादि की तरफ से तुरंत प्रभाव से आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए। परमिंदर सिंह के परिवार के एक सदस्य को पीजीआइ में नौकरी दी जानी चाहिए। पीजीआइ डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर उत्तम सिंह ने परमिंदर सिंह की मौत पर दुख जताया है और परमिंदर सिंह के परिवार को अपनी एसोसिएशन की तरफ से हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही है।