चंडीगढ़ में लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे अधिकारियों के चक्कर, सोशल मीडिया पर शेयर करें प्रॉब्लम तुरंत होगी हल
लोग स्ट्रीट लाइट खराब होने पेड़ों की प्रोनिंग सफाई व्यवस्था और सड़कों के टूटने की शिकायत डाल रहे हैं। कमिश्नर खुद भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। वह चाहती हैं कि लोगों से जुड़ी समस्याओं के लिए शहरवासियों को नगर निगम कार्यालय के चक्कर न काटने पड़ें।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) अब सोशल मीडिया (Social Media) पर एक्टिव हो गया है। फेसबुक और ट्वीटर पर शिकायतें आने पर इनका तुरंत हल हो रहा है। बुधवार को ऐसी दो दर्जन से ज्यादा शिकायतें लोगों ने तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर नगर निगम के को टैग करते हुए की तो नगर निगम के अधिकारियों ने चंद घंटों में समस्याओं को हल किया और उसकी तस्वीरें भी शिकायतकर्ता को भेजी।
नगर निगम कमिश्नर अनंदिता मित्रा के आदेश पर नगर निगम ट्वीटर और फेसबुक पर सक्रिय हुआ है। ऐसे में लोग स्ट्रीट लाइट खराब होने, पेड़ों की प्रोनिंग, सफाई व्यवस्था और सड़कों के टूटने की शिकायत डाल रहे हैं। कमिश्नर खुद भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। वह चाहती हैं कि लोगों से जुड़ी समस्याओं के लिए शहरवासियों को नगर निगम कार्यालय के चक्कर न काटने पड़ें। कमिश्नर ने अधिकारियों को यह भी स्पष्ट किया है कि अगर समय सीमा के भीतर समस्या दूर न हुई तो अधिकारी भी नपेंगे। वहीं, कमिश्नर ने फिल्ड कर्मचारियों को भी हर दिन वर्क रिपोर्ट देने के लिए कहा है। लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर अधिकारियों और पार्षदों के चक्कर लगाने से निजात मिलेगी और काम भी जल्द होगा। इस नए सिस्टम से अधिकारियों की जवाबदेही भी तय हो गई है।
अधिकारियों को चल रहे कार्यों पर निगरानी रखने के निर्देश
शहरवासियों की बेहतर सेवाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से कमिश्नर आनंदिता मित्रा ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वह गूगल फॉर्म पर रोज़ाना अपने काम की प्रगति संबंधी तस्वीरों समेत रिपोर्ट पेश करें। यह आदेश पिछले सप्ताह जारी किए गए थे। कमिश्नर ने कहा कि यह फ़ैसला फील्ड स्टाफ को सौंपे गए कार्यों की 100 प्रतिशत पालना को सुनिश्चित बनाने के लिए लिया गया है। यह फॉर्म भरना बहुत सरल है और संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को उनके अधीन स्टाफ को प्रशिक्षण देने के लिए ज़रूरी निर्देश जारी किए गए हैं। फील्ड स्टाफ को फॉर्म भरना पड़ेगा और उनकी प्रगति अपने आप एक ड्राफ्ट के रूप में सेव हो जाएगी और इसके जमा होने के बाद वरिष्ठ अधिकारी फील्ड रिपोर्टों और असाइनमैंट्स को अपने फ़ोन पर चेक कर सकेंगे।