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जीरकपुर के लोग बिजली बिलों ने दिया झटका

जीरकपुर के लोग बिजली के बिलों से परेशान हैं। शहर की अलग-अलग कॉलोनियों के लोगों का कहना है कि विभाग द्वारा जो बिल भेजे गए हैं उनका मीटर रीडिग से कहीं कोई मैच नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 06:14 AM (IST)
जीरकपुर के लोग बिजली बिलों ने दिया झटका
जीरकपुर के लोग बिजली बिलों ने दिया झटका

संवाद सहयोगी, जीरकपुर : जीरकपुर के लोग बिजली के बिलों से परेशान हैं। शहर की अलग-अलग कॉलोनियों के लोगों का कहना है कि विभाग द्वारा जो बिल भेजे गए हैं, उनका मीटर रीडिग से कहीं कोई मैच नहीं है। वहीं, कुछ लोग एवरेज बिल भेजे जाने की शिकायत कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि पावरकॉम ऑफिस में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। दूसरी ओर बिजली सप्लाई की हालत यह है कि हर रोज कट लग रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब बिजली ही नहीं आ रही तो बिल किस बात के भेजे जा रहे हैं। पावरकॉम बिजली के बिलों में सुधार करें।

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बिल में जोड़ दिए कई टैक्स

बलटाना निवासी जसवंत सिंह ने कहा कि बिलों में बहुत ज्यादा काऊ सेस जोड़ा जा रहा है। कुछ ऐसे टैक्स हैं जिसका कोई हिसाब न तो समझ पा रहे हैं न पावरकॉम बता रहा है। लॉकडाउन के दौरान विद्युत विभाग ने लोगों को राहत देने के नाम पर एवरेज बिल भेजे। लेकिन अब मीटर रीडिग लेकर बिल भेजे जा रहे हैं। इन बिलों में एवरेज बिल भी जोड़ दिया गया है। खर्च बिजली यूनिट के हिसाब से नहीं भेजा बिल

जीरकपुर निवासी प्रकाश ने बताया कि उन्हें 9640 का बिल भेजा गया है। पावरकॉम के अनुसार पहली 100 यूनिट बिजली खर्च करने पर बिजली का रेट प्रति यूनिट चार रुपये 99 पैसे है। 100 से 500 यूनिट तक सात रुपये 17 पैसे है और 500 से ज्यादा यूनिट खर्च करने पर सात रुपये 29 पैसे है। मैंने इस कैटेगरी में जो बिजली खपत की, उसके अनुसार मेरा बिजली यूनिट का खर्च 6181 रुपये बनता है। मुझे पावरकॉम ने जो बिल भेजा वह 9640 रुपये भेजा है। इससे मेरे बिल में पावरकाम ने 3459 रुपये का टैक्स जोड़ दिया है। इसकी शिकायत बिल भेजकर पावरकॉम ऑफिस को दी। पर वहां कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। यह बोले अधिकारी

पावरकॉम जीरकपुर के एसडीओ कमर्शियल निशांत बंसल ने कहा कि कुछ उपभोक्ता शिकायत कर रहे हैं, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक घर को 1500 रुपये का बिल भेजा था। रीडिग ली तो उस महीने उस उपभोक्ता ने तीन हजार की बिजली खर्च की थी। इसलिए एक्चुअल बिल बनाकर भेजे गए हैं। कई बिलों में ऐसा हुआ कि जिन्होंने कम बिजली खर्च की उनको एवरेज बेस्ड बिल में बचे रुपये वापस किए हैं।


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