प्रशासन के फैसले से जनता हो रही परेशान: चौधरी
मोहाली जिला प्रशासन की ओर से जीरकपुर व आसपास के इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाकर कर्फ्यू लगाए जाने की कार्रवाई को एक तरफा व जनविरोधी करार देते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रतिनिधियों ने पुनर्विचार की मांग की।
जागरण संवाददाता, जीरकपुर (मोहाली) : मोहाली जिला प्रशासन की ओर से जीरकपुर व आसपास के इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाकर कर्फ्यू लगाए जाने की कार्रवाई को एक तरफा व जनविरोधी करार देते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रतिनिधियों ने पुनर्विचार की मांग की। जैक अध्यक्ष सुखदेव चौधरी, उपाध्यक्ष एडवोकेट विनय कुमार, महासचिव इंद्र सेठी तथा महिला विग प्रधान सोनिया शर्मा ने कहा कि प्रशासन के फैसले से आम जनता परेशान हो रही है। प्रशासन ने समय रहते न तो सैंपलिग को बढ़ाया ओर न ही वैक्सीनेशन को बढ़ाया।
चौधरी ने कहा कि क्या कोरोना नेताओं के लिए नहीं है। पुलिस और सिविल प्रशासन इस मामले में एक तरफा कार्रवाई करके आम जनता को घरों में रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं। लोगों की भीड़ जमा करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीरकपुर इलाके से कुंभ व बैसाखी मेले में गए लोगों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि पंचकूला व चंडीगढ़ में नौकरी करने वाले 70 फीसदी लोग ढकोली, पीरमुछला आदि की सोसाइटियो में रहते हैं। पंचकूला, चंडीगढ़ व मोहाली में नौकरी व कारोबार आदि के सिलसिले में जाने वालों को रोकना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को इस तरह के फैसलों से पहले आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों, व्यापारिक संगठनों तथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करनी चाहिए थी। दुकानदारों व होटल कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जैक) के प्रधान सुखदेव चौधरी के अनुसार पंजाब के दुकानदारों को ज्यादा नुकसान हो रहा है क्योंकि पंचकूला व चंडीगढ़ के बाजार रेस्टोरेंट होटल सब खुले हैं। शादियों के सीजन में पंचकूला व चंडीगढ़ के होटलों में रौनक बढ़ रही है। पंजाब के मैरिज पैलेस की सारी बुकिग रद हो रही है।