जानें क्यों मोहाली के लोग नहीं चाहते स्मार्ट बिजली मीटर, बोले- हमारे घर पर लगाया तो अंजाम भुगतने होंगे
मोहाली में कई जगह पर नए बिजली मीटरों की वजह से घरों में इलेक्टॉनिक सामान जलने के मामले भी सामने आने लगे हैं। लोगों ने विभाग और संबंधित ठेकेदार को चेतावनी दी है कि उनके घरों में ये स्मार्ट बिजली मीटर न लगाए जाएं।
जागरण संवाददाता, मोहाली। पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) की ओर से शहर में लगाए जा रहे स्मार्ट बिजली मीटरों को लेकर विवाद शुरू हो गया है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के ठेकेदार बिना लोगों की अनुमति लिए आने आप ही बिजली के मीटर बदल रहे हैं। लोगों का कहना है कि इन बिजली मीटरों से बिल ज्यादा आ रहे हैं। कई जगह पर नए बिजली मीटरों की वजह से घरों में इलेक्टॉनिक सामान जलने के मामले भी सामने आने लगे हैं। लोगों ने विभाग और संबंधित ठेकेदार को चेतावनी दी है कि उनके घरों में ये स्मार्ट बिजली मीटर न लगाए जाएं।
मोहाली के सेक्टर-70 में विभाग के ठेकेदार के कर्मचारियों ने बिजली की सप्लाई बंद किए बिना और लोगों की सहमति लिए बिना ही मीटर बदल कर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया। ठेकेदार के कर्मचारी की गलती से एक मीटर भी जल गया। इससे इलाका निवासियों ने गुस्से में आकर ठेकेदार के कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया।
सेक्टर 70 निवासी लवलीन कौर ने बताया कि बिजली का मीटर जलने से उनके घर के अंदर कंप्यूटर का सीपीयू और दूसरा इलेक्ट्रॉनिक सामान भी जल गया है। वहीं, पड़ोस में रहने वाली परमजीत कौर ने बताया कि उनके घर में लगा मोबाइल चार्जर और अन्य दूसरा सामान खराब हो गया है। जब मीटर बदलने का काम कर रहे ठेकेदार के कर्मचारी जगतार सिंह से बात की तो उसने बताया कि उसकी गलती है कि उसने बिजली बंद किए बिना ही मीटर बदलने शुरू कर दिए थे। कर्मचारियों के पास कोई आइकार्ड भी नहीं था।
ठेकेदार उमाकांत ने बताया कि मीटर बदलने का काम उसकी ओर से ही करवाया जा रहा है। लेकिन ठेकेदार इस बात का जवाब नहीं दे सका कि उपभोक्ताओं से बिना बताए वो मीटर कैसे बदल सकता है। किसान नेता नच्छतर सिंह बैदवान ने कहा कि बिजली विभाग की ओर से इस तरीके से बिजली उपभोक्ताओं के साथ धक्केशाही की जा रही है और पावरकॉम की मर्जी और जानकारी के बिना ही उनके बिजली मीटर से छेड़छाड़ करने का कोई अधिकार नहीं है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर बिजली मीटर लगाने बंद नहीं किए गए तो वह सड़कों पर उतर कर विरोध जताएंगे।