वो चार घर जो पियरे ने शहर में बनाए..
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : शहर को बनाने में अपना अहम सहयोग देने वाले पियरे जेनरे का घर इन दिनों म्यूजियम ब
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : शहर को बनाने में अपना अहम सहयोग देने वाले पियरे जेनरे का घर इन दिनों म्यूजियम बन चुका है। आर्किटेक्ट के स्टूडेंट्स यहां पहुंचते हैं और इसको अच्छे से स्टडी करते हैं। इन दिनों यहां स्कूली और विदेशी आर्किटेक्ट स्टूडेंट पहुंच रहे हैं। मगर जेनरे ने शहर में मात्र इसी घर को नहीं बनाया था। मसलन उन्होंने शहरवासियों के लिए भी घर तैयार किए। जिसमें उनके मित्र पीएल वर्मा से लेकर ओबेरॉय होटल चैन की मिसेज आइडी ओबेरॉय शामिल रहे। ये घर उन्होंने शहर के बनने के दौरान ही बनाए, जिसमें उन्हें अपने स्टैंडर्ड डिजाइन और 60 बाए 40 के प्रसिद्ध डिजाइन को अपनाया। शहर को बनाने के लिए साइट का चुनाव पीएल वर्मा ने किया
चंडीगढ़ शहर की स्थापना से पहले इसकी साइट और इसकी जरूरतों पर जरूरी कार्य पर रिसर्च उस दौरान के प्रोजेक्ट एडमिनिस्ट्रेटर पीएन थापर और चीफ इंजीनियर पीएल वर्मा ने किया। पीएल वर्मा और जेनरे के बीच काफी अच्छे रिश्ते रहे। जिसकी वजह से जेनरे ने उनके लिए घर को वर्ष 1955 में डिजाइन किया और बनवाया। सेक्टर-5 स्थित ये घर कॉर्नर प्लॉट पर तैयार किया गया। जिसमें सभी बेडरूम को साउथ ईस्ट की दिशा में की तरफ बनाया गया। जिसमें ग्राउंड, वरांडा और रैंप को भी जेनरे ने अपने स्टाइल में डिजाइन किया। ट्राइएंगुलर शेप में बनाया घर
जेनरे ने ओबेरॉय होटल चैन के पारिवारिक सदस्यों के लिए भी शहर में घर को डिजाइन किया। इसे भी उन्होंने वर्ष 1963 वर्ष में सेक्टर-5 में तैयार किया। जिसमें लाल ईटों का इस्तेमाल और ट्राइएंगल शेप प्रमुख रही। इस घर को बाद में लोकल इंडस्ट्रियलिस्ट आरके गर्ग ने खरीदा। इस घर में उस दौरान मॉर्डन आर्किटेक्ट को ध्यान में रखते हुए स्विमिग पूल और सेंट्रल एयर कंडीशनिग के तहत डिजाइन किया गया। मॉर्डन आर्किटेक्ट थ्योरी से तैयार किया निरलेप कौर का घर
वर्ष 1961 में पियेरे ने सेक्टर-4 में निरलेप कौर के लिए घर डिजाइन किया। जो जजेस हाउस के साथ बनाए गए। इस घर को डबल हाइट लीविग रूम के तहत डिजाइन किया। जो एक सेमी इनक्लोस्ड स्वीमिग पूल पर जाकर खत्म होता है। इस बिल्डिग के इंटीरियर में उस दौरान के हिसाब से सबसे ज्यादा खर्चा किया गया। इस घर में बाद में जरूरत के अनुसार बदलाव भी किए गए। डुपलेक्स यूनिट के अनुसार तैयार किया सहगल हाउस
सेक्टर-5 स्थित सहगल हाउस भी जेनरे ने डुपलेक्स यूनिट के अनुसार डिजाइन की। इसे जेनरे ने 1964 में बनवाया। इस घर से सीधे शिवालिक हिल्स को देखा जा सकता था। घर को डुपलेक्स यूनिट के तहत तैयार किया। जिसमें सर्विस और पब्लिक स्पेस को ग्राउंड फ्लोर पर रखा गया, साथ ही, इस तरह से डिजाइन किया गया, जो यू शेप में तैयार हुई। बाद में इस घर में ऑरीजलन डिजाइन से कुछ बदलाव भी किए गए।
अपने घर में भी 60 प्रतिशत हरियाली को जगह दी..
पियरे जेनरे के सेक्टर-5 स्थित घर को भी उन्होंने खास रूप से तैयार किया था। इसमें उन्होंने 60 प्रतिशत हरियाली और 40 प्रतिशत को रहने के लिए इस्तेमाल किया। इनके घर से ही शहर की प्लानिग को भी समझा जा सकता है, जिसमें शहर के सरकारी घरों और अन्य घरों की झलक भी मिलती है। इन दिनों पियरे जेनरे के हाउस में चंडीगढ़ में बने तमाम सरकारी घरों के डिजाइन भी देखने को मिलेंगे। हाउस में दूसरा कमरा जेनरे द्वारा डिजाइन एजुकेशन बिल्डिंग के डिजाइन को समर्पित है। इसमें जेनरे द्वारा तैयार सेक्टर-22 के गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल को दिखाया गया है। तीसरे कमरे में पंजाब यूनिवर्सिटी में जेनरे द्वारा डिजाइन सभी बिल्डिंग का ब्लू प्रिट और गांधी भवन और स्टूडेंट सेंटर के डिजाइन को भी दिखाया गया है। इसी कमरे में जेनरे की शहर में कार्यकाल के दौरान की तस्वीरों को रखा गया है। इसमें उनके और ली कार्बुजिए के साथ प्लानिग और बातचीत करते हुए दिखाया गया है। घर के दूसरे फ्लोर के तीनों कमरों में जेनरे द्वारा डिजाइन फर्नीचर रखा जाएगा। साथ ही उनके निजी जिदगी से जुड़ी तस्वीरें भी। पियरे जेनरे के इस घर में आज भी आर्किटेक्ट के स्टूडेंट्स मॉर्डन और एशियंट आर्किटेक्ट को समझने के लिए पहुंचते हैं।