पेक चंडीगढ़ का फरवरी में खुलना मुश्किल, डायरेक्टर के इस्तीफे से कैंपस में हलचल
पेक प्रशासन ने एक फरवरी से कैंपस को स्टूडेंट्स के लिए खोलने का फैसला लिया था। लेकिन पेक डायरेक्टर के इस्तीफे के बाद एक बार फिर कैंपस का खुलना मुश्किल लग रहा है। हालांकि स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) के एक फरवरी से खुलने पर अब संशय बन गया है। पेक प्रशासन ने फरवरी से संस्थान को खोलने का निर्णय लिया है। लेकिन अब पेक का फरवरी में खुलना मुश्किल लग रहा है। हालांकि अभी इस बात का फैसला होना बाकी है।
सूत्रों के अनुसार पेक डायरेक्टर डॉ. धीरज सांघी के इस्तीफे के बाद पेक में इस समय काफी उथल पुथल चल रही है। इन सबके बीच फरवरी से पेक में फिजिकल क्लासेज लगना मुश्किल लग रहा है। वैसे ताे संस्थान में पहले की तरह ही क्लासेल लगाने का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। फिर भी फिजिकल क्लासेज को लेकर पेक प्रशासन ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया जाएगा फैसला
कैंपस खोलने को लेकर पेक डायरेटर ने यह भी निर्णय लिया था कि जनवरी में कोरोना संक्रमण को देखने के बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। अगर कोरोना बढ़े तो संस्थान को खोलना ठीक नहीं होगा। ऐसे में स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों की भूमिका भी इस मामले में काफी महत्वपूर्ण रहेगी।
पेक में स्टूडेंट्स की संख्या 3300
पेक में स्टूडेंट्स की संख्या 3300 से अधिक है। अधिकांश विद्यार्थी चंडीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों से यहां शिक्षा लेने आते हैं। 25 फीसद विद्यार्थी बाहर से आते हैं। पेक की वर्तमान में पढ़ाई ऑनलाइन चल रही हैं। पेक प्रशासन का मानना है कि यह क्रम बेहतर चल रहा है लेकिन कैंपस में आकर फिजिकल क्लासेस से शिक्षण कार्य और प्रभावी हो जाता है।
फिजिकल एग्जाम का किया जा रहा आयोजन
पेक में इस समय कुछ विषयों के ऑफलाइन एग्जाम आयोजित हो रहे हैं। एमएचए और शिक्षा मंत्रालय की सभी गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए एग्जाम हो रहे है। बैंच पर एक सीट छोड़ कर स्टूडेंट्स को बैठाया जा रहा है। ऐसे में ऑफलाइन एग्जाम को एक तरह से फिजिकल क्लासेज आयोजित करने का ट्रायल ही माना जा रहा है। इसके साथ ही पेक में कई विषय ऐसे भी है जिनकी पढ़ाई ऑनलाइन करवाई जा रही है।