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पेक एलुमनी रहे आइपीएस आशीष भाटिया के हाथों में गुजरात पुलिस की कमान

1962 में जन्मे भाटिया मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। चंडीगढ़ में पेक में पढ़ाई करते हुए भाटिया सेक्टर-35बी के मकान नंबर 1619 में रहते थे।

By Edited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 09:39 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 10:19 AM (IST)
पेक एलुमनी रहे आइपीएस आशीष भाटिया के हाथों में गुजरात पुलिस की कमान
पेक एलुमनी रहे आइपीएस आशीष भाटिया के हाथों में गुजरात पुलिस की कमान

चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) से बीटेक की डिग्री हासिल करने वाले आइपीएस आशीष भाटिया गुजरात के नए डीजीपी बनाए गए हैं। 1985 बैच के आइपीएस आशीष भाटिया ने पेक से 1983 बैच से बीटेक की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने पेक से बैचलर ऑफ मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। गुजरात जैसे राज्य में डीजीपी स्तर पर नियुक्ति होना एक बड़ी उपलब्धि है।

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भाटिया के डीजीपी बनने पर पेक एलुमनी एसोसिएशन और पेक डायरेक्टर की ओर से बधाई संदेश भेजा गया है, साथ ही पेक के शताब्दी समारोह में उन्हें विशेष तौर पर बुलाने का भी निमंत्रण भेजा जाएगा। 1962 में जन्मे भाटिया मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। चंडीगढ़ में पेक में पढ़ाई करते हुए भाटिया सेक्टर-35बी के मकान नंबर 1619 में रहते थे।

पढ़ाई में काफी होशियार रहे

भाटिया कॉलेज टीम की जनरल नॉलेज (जीके) टीम के सदस्य भी रहे हैं। कॉलेज दिनों में टेबल टेनिस के भी अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। आशीष भाटिया की गिनती गुजरात के तेजतर्रार पुलिस अफसरों में होती रही है। बीते बीस साल से वे अहमदाबाद और सूरत जैसे शहरों में कई अहम पदों पर तैनात हो चुके हैं। फरवरी 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अहमदाबाद दौरे पर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पेक के एलुमनी आशीष भाटिया के जिम्मे थी। उन दिनों भी भाटिया मीडिया में काफी चर्चा में रहे थे। गुजरात दंगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से एसआइटी के लिए गठित तीन आइपीएस सदस्यों की टीम में भी आशीष भाटिया भी शामिल किया गया था और उन्होंने मामले की जांच को पूरा करने में अहम योगदान दिया। आइपीएस भाटिया को पुलिस में बेहतर सेवाओं के लिए 2001 में पुलिस मेडल और 2011 में राष्ट्रपति मेडल से नवाजा जा चुका है।

दोनों भाई पेक एलुमनी

डीजीपी गुजरात आशीष भाटिया अकेले ही नहीं, उनके भाई संजय भाटिया भी पेक एलुमनी रहे हैं। जानकारी के अनुसार उनके भाई ने उनसे पहले 1982 में पेक से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। संजय भाटिया इस समय पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन हैं। बीते फरवरी में संजय भाटिया को पेक एलुमनी की ओर से डिस्टेंग्वेस एलुमनस अवॉर्ड से नवाजा गया था।

आशीष भाटिया के गुजरात जैसे राज्य में डीजीपी जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त के लिए बधाई। पेक एलुमनी होने के नाते हमारे लिए भी सम्मान की बात है। उन्हें पेक की ओर से बधाई संदेश भेजा गया है। भविष्य में किसी कार्यक्रम में उन्हें निमंत्रण दिया जाएगा। पेक के एलुमनी लगातार अपने संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।

-प्रो. धीरज सांघी, डायरेक्टर, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़


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