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कांग्रेसी नेता टीटू गिरफ्तार हुए तो पार्टी ने भी झाड़ा पल्ला

- जिसके साथ पार्टी के हर कार्यक्रम में स्टेज करते रहे शेयर, उसे वर्कर बताने से भी बच रहे प

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 May 2018 07:56 PM (IST)Updated: Fri, 25 May 2018 07:56 PM (IST)
कांग्रेसी नेता टीटू गिरफ्तार हुए तो पार्टी ने भी झाड़ा पल्ला
कांग्रेसी नेता टीटू गिरफ्तार हुए तो पार्टी ने भी झाड़ा पल्ला

- जिसके साथ पार्टी के हर कार्यक्रम में स्टेज करते रहे शेयर, उसे वर्कर बताने से भी बच रहे पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी के पूर्व कैशियर सुनील चोपड़ा एचसीएस ज्यूडिशियल पेपर लीक मामले में फंसे तो कांग्रेस ने भी उनसे पल्ला झाड़ लिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि सुनील चोपड़ा पार्टी कार्यकर्ता या किसी पद पर है या नहीं इसे चेक कराना पड़ेगा। अभी उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सेक्टर-27 प्रेस क्लब में भाजपा सरकार के चार साल की नाकामियों को विश्वासघात बताने के लिए पवन बंसल ने प्रेसवार्ता की। सुनील चोपड़ा उर्फ टीटू को चार दिन पहले ही पेपर लीक मामले में एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। सुनील चोपड़ा 2017 तक चंडीगढ़ में पार्टी कैशियर रहे हैं। वह पार्टी के हर कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। पवन बंसल और प्रदीप छाबड़ा के साथ वह स्टेज शेयर करते रहे हैं। कई विरोध प्रदर्शन में उनकी पवन बंसल और प्रदीप छाबड़ा के साथ सबसे अगली लाइन में बैठे फोटो सामने आती रही हैं। अब पार्टी की छवि खराब होते देख पवन बंसल उन्हें पार्टी का कार्यकर्ता बताने से भी बच रहे हैं। पवन बंसल ने पत्रकार द्वारा पूछे सवाल पर यह बात बोली। सुनील चोपड़ा ने रसूख का उठाया फायदा

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पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की कड़ी फटकार के बाद एसआईटी ने मंगलवार को चंडीगढ़ कांग्रेस के नेता व सेक्टर-18 के राधा कृष्णा मंदिर के प्रधान सुनील चोपड़ा उर्फ टीटू और उनके घर में पेइंग गेस्ट रहने वाली मुख्य आरोपित टॉपर सुनीता की फ्रेंड आयुषी गोदारा को गिरफ्तार किया था। आयुषी गोदारा के माध्यम से ही सुनील चोपड़ा सुनीता व पेपर लीक मामले से जुड़ा था। रिमांड के दौरान सुनील चोपड़ा ने कई खुलासे किए हैं। पूछताछ में यह भी सामने आ चुका है कि सुनील चोपड़ा ने राजस्थान के दो युवकों को 20-20 लाख रुपये पेपर बेचा था। इसके अलावा भी उन्होंने कैंडीडेट जुटाए थे। मंदिर का प्रधान होने के नाते इस पूरे मामले को लेकर मंदिर में ही कई मीटिंग हुई।


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