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Punjab Roadways Bus Strike: यात्री परेशान, मोहाली से पंजाब, हिमाचल जाने वालों को दूसरी बसों में नहीं मिली सीट

Punjab Roadways Bus Strike पंजाब रोडवेज बस के कांट्रेक्ट कर्मचारियों की हड़ताल के चलते चंडीगढ़ मोहाली से पंजाब हिमाचल जाने वाले यात्रियों को सोमवार को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को बस लेने के लिए चंडीगढ़ के बस स्टैंड जाना पड़ा।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 02:32 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 02:32 PM (IST)
Punjab Roadways Bus Strike: यात्री परेशान, मोहाली से पंजाब, हिमाचल जाने वालों को दूसरी बसों में नहीं मिली सीट
चंडीगढ़ बस स्टैंड पर बसों के इंतजार में बैठे यात्री।

जागरण संवाददाता, मोाहली। Punjab Roadways Bus Strike: पंजाब रोडवेज बस के कांट्रेक्ट कर्मचारियों की हड़ताल के चलते चंडीगढ़, मोहाली से पंजाब, हिमाचल जाने वाले यात्रियों को सोमवार को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को बस लेने के लिए चंडीगढ़ के बस स्टैंड जाना पड़ा। मोहाली के फेज-6 में जहां से पंजाब हिमाचल के लिए लॉग रूट की बसें चलती हैं वहां लोगों की भारी भीड़ रही।

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बस का इंतजार कर रहे संजीव, रजनी ने बताया कि उन्होंने पठानकोट जाना है। हरियाणा रोडवेज की जो बसें पीछे से आ रही हैं वे पूरी तरह से भरी पड़ी हैं। हिमाचल ट्रांसपोर्ट की बसों में भी भारी भीड़ है। वहीं चंडीगढ़ से दूसरे ट्रांसपोर्ट की बसें लेने के लिए चंडीगढ़ के बस स्टैंड तक ले जाने के लिए भी ऑटो चालकों ने मनमाने दाम वसूले।

पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी के कांट्रेक्ट कर्मचारियों की हडताल के कारण पंजाब में करीब 2 हजार बसों की आवाजाही बंद कर दी गई है। यह हड़ताल अनिश्चितकालीन शुरू की गई है। सभी कच्चे कर्मचारी सरकार से उन्हें रेगुलर करने की मांग कर रहे हैं। कांट्रेक्ट कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए लंबे रूट की सभी बसें रोक दी गई हैं। पंजाब में सरकारी बसें कांट्रेक्ट कर्मचारियों के सहारे ही चल रही हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग के पास पीआरटीसी की करीब 1100, पंजाब रोडवेज की 450 और पनबस की करीब 1200 बसें हैं। इनमें गिनती के ही सरकारी कर्मचारी हैं। बाकी सभी कांट्रेक्ट पर रखे ड्राइवर व कंडक्टर हैं।

कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन के प्रधान गुरप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार को कच्चे कर्मचारी जल्दी पक्के करने होंगे। इसके अलावा छिटपुट केसों में बर्खास्त किए कर्मचारियों को बहाल करना होगा। कर्मचारियों ने मांग की कि सरकार 10 हजार बसों का नया फ्लीट लाए, ताकि महिलाओं को मुफ्त सफर समेत पूरे राज्य में लोगों को आसानी से बस सुविधा मिले। सरकारी बसें न होने से प्राइवेट बसें बढ़ रही हैं। सरकार नई बसें न लाकर खुद ही इन्हें बढ़ावा दे रही है। जब तक मांगें नहीं मानी जाती, हड़ताल जारी रहेगी।


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