पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर गुरुद्वारा साहिब का बाहरी कंट्रोल लिया अपने हाथ, नई बॉडी में एक भी सिख नहीं
पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की बाहरी जमीन का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया है। अकाली दल ने इस पर रोष जताया है। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
चंडीगढ़ [इन्द्रप्रीत सिंह]। आठ नवंबर को करतारपुर गुरुद्वारा साहिब (Kartapur Sahib Gurdwara) को खोले जाने को एक वर्ष पूरा होने के पांच दिन पहले ही पाकिस्तान सरकार ने इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब की बाहरी जमीन पर नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है। इससे पहले गुरुद्वारा साहिब का प्रबंध पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Pakistan Sikh Gurdwara Prabandhak Committee) के पास था जो करतारपुर कॉरिडोर को खोले जाने की पहली वर्षगांठ को हर्षोल्लास से मनाने की तैयारी कर रहा है।
बता दें, 23 अक्टूबर को पाकिस्तान सरकार की कैबिनेट ने इस नई बॉडी को बनाने संबंधी नोटिफिकेशन 3 नवंबर को जारी किया है। जिन नौ सदस्यों को रखा गया है उनमें कोई सिख नहीं है। इनमें मोहम्मद तहरीम खान, अब्दुला अवैस, हैदर मुख्तार, आशिब खान, हैदर अली, खुशनूद शॉकर, अहमद गुर्जर, आदिल अली और तनवीर अहमद को लिया गया है।
शिरोमणि अकाली दल ने इस पर ऐतराज जताया है। पार्टी के सीनियर उपप्रधान व पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि यह बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कोई सरकार यह कैसे तय कर सकती है कि किसी धर्म में हस्तक्षेप करे। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से इस फैसले को रद करने की मांग की। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा।
आंतरिक कंट्रोल हमारे ही पास : सतवंत सिंह
पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सतवंत सिंह ने दैनिक जागरण को फोन पर बताया कि गुरुद्वारा साहिब का आंतरिक कंट्रोल हमारे पास है। गुरुद्वारा साहिब के साथ लगती 875 एकड़ जमीन में से बीस एकड़ में ही गुरुद्वारा साहिब का परिसर बनाया गया है। गुरुद्वारा साहिब के लिए दूरदराज से आने वाली संगत की संभावना को देखते हुए इसे व्यावसायिक तरीके से प्रयोग में लाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने एक सेल्फ फाइनांस बॉडी बनाई है, जो यहां पर होटल, दुकानें आदि बनाने के काम को देखेगी और संभावनाओं को पता लगाएगी।
सतवंत सिंह ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि पाकिस्तान के गुरुद्वारा साहिब पर सरकार ने कंट्रोल कर लिया है, यह गलत बयान हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं। गुरुद्वारा साहिब के अंदर की मर्यादा, रखरखाव आदि सारा काम हमारे पास है। एवेक्यू प्रॉपर्टी ट्रस्ट बोर्ड ने भी साफ किया कि नई बनाई गई बॉडी केवल जमीन का रखरखाव ही करती है, जबकि गुरुद्वारा साहिब के अंदर की धार्मिक मर्यादाओं का सारा काम पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ही करेगी।
काबिलेगौर है कि गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर बने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब को पिछले साल 8 नवंबर को खोला गया था। डेरा बाबा नानक में एक कॉरिडाेर भारत और पाकिस्तान ने मिलकर बनाया है जो कोरोना के चलते 15 मार्च को बंद कर दिया गया था। पाकिस्तान ने इसे 3 अक्टूबर 2020 काे फिर से खोल दिया है, जबकि भारत ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।