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शहर के कॉलेजों में सिर्फ फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को मिलेगा हॉस्टल रूम

एक दिसंबर से कॉलेज हॉस्टल खोलने के निर्देश।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 07:48 AM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 07:48 AM (IST)
शहर के कॉलेजों में सिर्फ फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को मिलेगा हॉस्टल रूम
शहर के कॉलेजों में सिर्फ फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को मिलेगा हॉस्टल रूम

डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : यूटी प्रशासन ने शहर के कॉलेजों को 23 नवंबर से खोलने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कॉलेजों ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है, प्रशासन ने एक दिसंबर से हॉस्टल भी खोलने के निर्देश जारी कर दिए हैं। लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत शहर से बाहर के स्टूडेंट्स को रहने की जगह उपलब्ध करवाना है। कॉलेजों में 40 फीसद से अधिक स्टूडेंट्स हॉस्टल में रहते हैं। कॉलेज प्रबंधकों के सामने अब हॉस्टलरों के रहने की व्यवस्था करना सबसे बड़ा चैलेंज है। शहर के 11 डिग्री कॉलेजों में हर साल 10 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हॉस्टल में दाखिला लेते हैं। अधिकतर कॉलेजों में 23 नवंबर से कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। कोविड-19 में स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर शनिवार को सभी प्राइवेट और सरकारी कॉलेज प्रिसिपल की मीटिग हुई। डीएवी कॉलेज-10 में आयोजित बैठक में प्राइवेट कॉलेज प्रिसिपल ने हॉस्टल खोलने को लेकर अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। शहर के सरकारी कॉलेज प्रबंधन अभी हॉस्टल खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ सरकारी कॉलेज प्रिसिपल द्वारा हॉस्टल खोलने के लिए यूजीसी गाइडलाइंस को पूरी तरह फोलो कर पाने में असमर्थता दिखाई है। जबकि कई प्रिसिपल द्वारा 23 नवंबर को कक्षाएं शुरू होने के बाद ही हॉस्टल खोलने को लेकर रिव्यू मीटिग की जाएगी। शहर के अधिकतर कॉलेजों ने चरणबद्ध तरीके से ही ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया है। प्रिसिपल मीटिग में सभी कॉलेजों ने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएट फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को बुलाने का फैसला लिया है। क्लास में 50 फीसद स्टूडेंट्स की ही एंट्री मिलेगी,जोकि ऑड ईवन नंबर के तहत होगी। डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि सभी कॉलेजों की सभी कक्षाओं में सेनिटाइजेशन का काम लगभग पूरा कल लिया गया है। स्टूडेंट्स को कॉलेज आने से पहले स्वस्थ होने और पेरेंट्स की अनुमति का शपथ पत्र भी देना होगा। हॉस्टलर पर सीसीटीवी से रहेगी नजर सभी कॉलेज हॉस्टल अलॉटमेंट में नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे। एक कमरे में सिर्फ एक ही स्टूडेंट को रहने की अनुमति होगी। स्टूडेंट्स एक दूसरे के कमरे में नहीं जा सकेंगे, सीसीटीवी कैमरों से हर स्टूडेंट पर नजर रखी जाएगी। सभी हॉस्टलर का हर रोज टेंपरेचर चेक किया जाएगा। हॉस्टलर के लिए खास तौर पर डॉक्टर और नर्स की उपस्थिति भी अनिवार्य होगी। अब हमें यह स्वीकार करना होगा कि कोरोना के साथ ही जिदगी को आगे बढ़ाना है। बीते नौ महीने से स्टूडेंट्स की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही हैं, लेकिन अब कॉलेज कक्षाएं शुरू करने का फैसला लेना होगा। डीएवी कॉलेज ने एक दिसंबर से हॉस्टल खोलने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। कोविड-19 एसओपी को पूरी तरह फोलो किया जाएगा। पहले चरण में सिर्फ फाइनल ईयर और उसमें भी प्रेक्टिकल विषय वाले स्टूडेंट्स को हॉस्टल अलॉट किया जाएगा। स्टूडेंट्स की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

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-डॉ. पवन कुमार शर्मा, प्रिसिपल डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 चंडीगढ़ हॉस्टल अलॉटमेंट को लेकर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। अगले हफ्ते तक स्थिति स्पष्ट होगी। कॉलेज में करीब एक हजार स्टूडेंट्स के लिए रुम की व्यवस्था है, ऐसे में फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को सबसे पहले हॉस्टल दिया जा सकता है। स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर हर तरह की तैयारियां की जा रही हैं। अंतिम फैसला उच्च अधिकारियों से निर्देश के बाद ही लिया जाएगा।

-डॉ. अनीता कौशल, प्रिसिपल जीसीजी-11 चंडीगढ़ हॉस्टल अलॉटमेंट के लिए यूजीसी की कड़ी गाइडलाइंस जारी की गई हैं। जिसमें स्टूडेंट्स को 14 दिन क्वारंटाइन और अलग से वॉशरूम जैसी शर्ते शामिल हैं। हॉस्टल खोलने से पहले स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर पूरी व्यवस्था की जाएगी।

डॉ. देवराज जाट, चीफ वार्डन जीसी-11, चंडीगढ़


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