'एक राष्ट्र एक चुनाव' राजनीतिक दलों की शक्ति और व्यय को बचाएगाः सांसद भूपेंद्र
चंडीगढ़ में भाजपा के कानूनी विभाग ने सेक्टर-33 कार्यालय परिसर में एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया। इसमें राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने मुख्य प्रवक्ता के रूप में हिस्सा लिया और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण सूद ने की।
चंडीगढ़, जेएनएन। भाजपा के कानूनी विभाग की ओर से सेक्टर-33 कार्यालय परिसर में एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया गया। इसमें राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने मुख्य प्रवक्ता के रूप में हिस्सा लिया। जबकि एडिशनल सोलिसिटर सत्यपाल जैन ने भी भाग लिया। इस अवसर की अध्यक्षता अरुण सूद ने की। इस मौके पर कानूनी विभाग के संयोजक बृजेश्वर सिंह जसवाल संयोजक के अलावा रामबीर भट्टी सचिव और आइटी सल के प्रभारी महेंद्र सिंह निराला भी उपस्थित थे।
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भूपेंद्र यादव ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव समय की आवश्यकता है और यहां तक कि विधि आयोग ने भी इसकी सिफारिश की है, इस बात को आगे बढ़ाते हुए कि वन नेशन वन इलेक्शन न केवल राजनीतिक दलों की शक्ति और व्यय को बचाएगा। चुनाव आयोग, जिसने पिछले चुनाव में 4500 करोड़ रुपये खर्च किए थे और 25 लाख पेरोसोनल केवल केंद्रीय चुनाव में शामिल किए थे, ने भी इसकी सिफारिश की है और अगर राज्य और केंद्रीय चुनाव एक साथ होते हैं तो यह व्यय पे कम हो सकता है।
मतदाताओं ने अब स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों के बीच अंतर करना सीख लिया है और क्षेत्रीय दलों के डर को दूर करने के लिए उड़ीसा लोकसभा और विधानसभा चुनाव का उदाहरण दिया है। सत्यपाल जैन ने कहा कि 1951 से 1966 तक एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होते थे और इसीलिए संविधान भी इसकी परिकल्पना करता है।
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