महीनों से कुराली में अटके NRI विदेश लौटने की तैयारी में जुटे Chandigarh News
सिविल अस्पताल के एसएमओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि यह लोग मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
कुराली, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच देश में जारी लॉकडाउन के कारण पिछले काफी अरसे से कुराली में अटके एनआरआइ अब वापस विदेश लौटने की तैयारियों में जुट गए हैं। स्पेशल फ्लाइट के माध्यम से इटली, कनाडा जैसे देशों में वापस जाने के लिए मेडिकल फॉर्मेलिटीज को पूरा करने की मंशा से एनआरआइ सिविल अस्पताल पहुंच रहे हैं। सिविल अस्पताल के एसएमओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि यह लोग मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
सिविल अस्पताल में पहुंचे इटली, कनाडा जैसे देशों में बसे एनआरआइ लोगों ने बताया कि वो कुछ अरसा पहले कुराली आए थे और कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन की वजह से यही पर अटक गए। उनका कहना था कि वो लोग अपनी एंबेसी के संपर्क में हैं और जल्द ही स्पेशल फ्लाइट के जरिये वो विदेश लौटने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए प्रशासन द्वारा जारी किए जाने वाले पास के लिए जहां मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट जरूरी है। वहीं एयरपोर्ट पर भी फिटनेस सर्टिफिकेट साथ होना लाजमी किया गया है।
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कोविड-19 से बचाव के लिए इम्यून बूस्टर होम्योपैथिक दवाई
एसडीएच कालका की होम्योपैथिक डॉ. मोनिका माटा द्वारा होम्योपैथिक दवाई इम्यून बूस्टर कोविड-19 के लिए दी जा रही है। डॉ. मोनिका माटा के अनुसार यह दवाई इम्यून बूस्टर के रूप में काम करेगी। जो बीमारियों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाती है। अगर हमें थोड़ा सा भी इंफेक्शन हो जाता है तो उसका ज्यादा फैलने का खतरा कम हो जाएगा। इस बीमारी से हम अच्छी तरह से लड़ पाएंगे। बीमारी से बचने के लिए यह दवाई बहुत सहायक है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी पंचकूला डॉ. दिलीप मिश्र ने बताया कि हर व्यक्ति को यह दवा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। बड़े व्यक्ति के लिए छह गोलियां खाली पेट तीन दिन लगातार लेनी है और छोटे बच्चों के लिए चार गोलियां खाली पेट तीन दिन लगातार लेनी है। एक महीने के बाद दोबारा यह दवाई रिपीट की जाएगी। किसी ने ओवरडोज दवाई की नहीं लेनी है।