सुखना झील तक पहुंचने के लिए अब करनी होगी लंबी पदयात्रा, प्रशासन उठाएगा ये कदम
सुखना लेक पर रोजाना दो लाख से ज्यादा पर्यटक और लोकल रेजिडेंट्स सैर करने घूमने आते हैं। इनमें से अधिकतर को लेक के सामने पार्किग मिलती है।
चंडीगढ़, जेएनएन। सुखना झील से पर्यटकों को दूर करने की तैयारी हो रही है। लेक घूमने आने वाले लोगों को अब वहां पहुंचने के लिए लंबी पदयात्रा करनी होगी। यूटी प्रशासन झील के एंट्री प्वाइंट पर सामने पार्किग एरिया को बंद करने जा रहा है। यहां कोई कार पार्क नहीं हो सकेगी। इस एरिया को व्हीकल फ्री कर सिर्फ पेडेस्ट्रेयन के लिए रखा जाएगा। 13 सितंबर को होने वाली एडमिनिस्ट्रेटर्स एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग में यह एजेंडा आ रहा है।
यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर इस मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे, जबकि सांसद किरण खेर से लेकर शहर की सभी प्रमुख हस्तियां और अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस मीटिंग में चर्चा के बाद यह नियम लागू किया जाएगा। प्रशासन ने जो एजेंडा तैयार किया है, उसमें इसको प्रमुखता से जगह दी है।
एंट्री प्वाइंट पर लगती है वाहनों की भीड़
बता दें कि सुखना लेक के मुख्य एंट्री प्वाइंट पर वाहनों की भीड़ काफी बढ़ने लगी है। जिससे यहां भी जाम और भीड़भाड़ होने से परेशानी हो रही है। आने वाले दिनों में इससे और दिक्कत आएगी। इसी तर्क को देखते हुए प्रशासन ने लेक के सामने की सभी पार्किग को खत्म करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
पार्किग बंद तो कार कहां होंगी पार्क
सुखना लेक पर रोजाना दो लाख से ज्यादा पर्यटक और लोकल रेजिडेंट्स सैर करने घूमने आते हैं। इनमें से अधिकतर को झील के सामने पार्किग मिलती है। टूरिस्ट बसें भी यहीं पार्क होती हैं, लेकिन अगर सामने की पार्किग बंद हो गई तो यह हजारों वाहन कहां पार्क होंगे, यह समस्या हो जाएगी। वाहनों को रॉक गार्डन की तरफ रोड साइड में पार्किग दी गई तो यहां से लेक की दूरी एक किलोमीटर हो जाएगी। लेक से रॉक गार्डन तक रोड साइड लंबी पार्किग है। ऐसे में लोगों को यहां तक आना अखरने लगेगा। जिसका असर पर्यटकों की संख्या पर पड़ सकता है।
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