खेलने की अनुमति नहीं, कोच बोले नेशनल खिलाड़ियों को नियमित वर्कआउट जरूरी
प्रशासन की तरफ से अभी बी और सी कैटेगरी की खेलों को शुरू करने की अनुमति नहीं मिली है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : प्रशासन की तरफ से अभी बी और सी कैटेगरी की खेलों को शुरू करने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन मलोया कबड्डी कोचिग सेंटर की ट्रेनी लड़कियों ने अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी है। मलोया कबड्डी कोचिग सेंटर के कोच रामेश राणा ने बताया कि अभी मलोया कबड्डी कोचिग सेंटर में 30 के करीब लड़कियां प्रैक्टिस कर रही हैं। इनमें ज्यादातर खिलाड़ी नेशनल स्तर की खिलाड़ी हैं, ऐसे में इन खिलाड़ियों के लिए फिटनेस बहुत जरूरी हैं। सरकार ने कुछ गाइडलाइंस के साथ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स खोल दिए हैं तो हमने भी इनकी फिटनेस के इन्हें ग्राउंड में बुलाना शुरू कर दिया। ग्राउंड में आने वाली सभी खिलाड़ियों के परिजनों से एफिडेविट लेकर उन्हें कोचिग करवाई जा रही है। इन खिलाड़ियों को रोजाना सुबह-शाम प्रैक्टिस करवाई जाती है। 15 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों को नहीं दी है अनुमति
इसी साल एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक में आयोजित जूनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में चंडीगढ़ गर्ल्ज टीम ने ब्रांज मेडल जीता था। इस मेडल विजेता टीम में ज्यादातर खिलाड़ी मलोया कबड्डी कोचिग सेंटर की थी। इस जीत के साथ टीम ने खेलो इंडिया के लिए भी क्वालीफाइ कर लिया था। कोच रामेश का कहना है कि इन खिलाड़ियों के सामने अभी बड़ा टूर्नामेंट है, इसलिए इनमें फिजिकल डिस्टेंसिग का ध्यान रखते हुए इन्हें प्रैक्टिस करवाई जा रही है। फिलहाल अभी 15 साल से उम्र से क्रम उम्र बच्चों को अभी ग्राउंड में आने की अनुमति नहीं दी गई है। टीम साथ वर्कआउट करने से आती है टीम में लय
खिलाड़ी महिमा ने बताया कि अभी सारी टीम अपनी फिटनेस पर काम कर रही हैं। कोरोना महामारी के चलते खेलने की अनुमति अभी नहीं मिली है। टीम के साथ वर्कआउट करने से टीम में लय आती है। इसका खेल पर भी असर पड़ता है। टीम में लय बनी रहे इसलिए हम ग्राउंड में आकर वर्कआउट करते हैं।