चंडीगढ़ में ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, दो और वेंडर को मिली मंजूरी
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए देशभर में हाहाकार मची हुई है। लोगों को बचाने के लिए इस समय ऑक्सीजन सबसे बड़ी जरूरत है। ऐसे में चंडीगढ़ में ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफलिंग के लिए दो और नए वेंडर को मंजूरी दी गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए देशभर में हाहाकार मची हुई है। ऐसे में सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर (Medical oxygen cylinder) की रीफिलिंग के लिए अब सिफारिश लगवाने और लंबे इंतजार की जरूरत नहीं होगी। अगर किसी मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है तो तुरंत यह उपलब्ध हो जाएगा। इसकी रीफिलिंग सरकारी अस्पताल को उपलब्ध कराई जाने वाली ऑक्सीजन के रेट पर ही होगी। कोई अतिरिक्त चार्ज इसके बदले में नहीं लिया जा सकता। साथ ही इंडस्ट्री को ऑक्सीजन सप्लाई पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। ऑक्सीजन का इस्तेमाल केवल मेडिकल ट्रीटमेंट में ही हो सकता है। किसी भी तरह की इंडस्ट्री इसका मैन्यूफेक्चरिंग में इस्तेमाल नहीं कर सकती। निर्धारित रेट से अधिक पर अगर कहीं मेडकिल ऑक्सीजन की ओवरचार्जिंग या ब्लैकमार्केटिंग होती है तो इसकी शिकायत की जा सकती है।
जीएमएसएच-16 के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मंजीत सिंह को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। डॉ. मंजीत रोजाना का 20 मिट्रिक टन कोटा सुनिश्चित करने के लिए इनोक्स बारोटीवाला से कोऑर्डिनेट करेंगे। ऑक्सीजन सिलेंडर संबंधी कोई भी शिकायत मेडिकल ऑफिसर डॉ. मंजीत सिंह को उनके मोबाइल नंबर 9463488086 पर कर सकते हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर की रीफिलिंग में भी पारदर्शिता रहे और जरूरत पड़ने पर सभी को आसानी से उपलब्ध हो सके, इसके लिए दो नए प्राइवेट वेंडर को प्रशासन ने मंजूरी दी है। अभी तक शहर में ऑक्सीजन रीफिलिंग के लिए एक ही वेंडर था। दो वेंडर को मंजूरी देने के साथ ही सिलेंडर रीफिलिंग के रेट भी तय कर दिए हैं। जिस रेट में वेंडर गवर्नमेंट हॉस्पिटल को ऑक्सीजन रीफिलिंग कर देते हैं उसी रेट में बाहर भी दूसरों को देने होंगे।
यहां से होगी सिलेंडर की रीफिलिंग
अभी तक चंडीगढ़ में सेक्टर-22 स्थित एनेस्थेटिक गैसेज प्राइवेट लि. ही प्राइवेट वेंडर थे। इंडस्ट्रियल फेज-1 के प्लॉट नंबर-67 स्थित चंडीगढ़ गैसेज और डेराबस्सी के गांव कुरनवाला स्थित सुपर गैसेज को भी अब रीफिलिंग की मंजूरी दी गई है। बता दें कि केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ का रोजाना 20 मिट्रिक टन मेडकिल ऑक्सीजन का कोटा तय कर रखा है। जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और सेक्टर-48 के हॉस्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट लगने के बाद 50 फीसद जरूरत प्लांट से ही पूरी हो जाती है। बाकी बची मेडकिल ऑक्सीजन प्राइवेट हॉस्पिटल को सप्लाई होती है। लेकिन अब 20 मिट्रिक टन कोटे में से ही अतिरिक्त गैस तीनों प्राइवेट वेंडर को सिलेंडर रीफिलिंग के लिए दी जाएगी।