पिता के सपने को बेटा करेगा पूरा, पांच साल में पानीपत के नितिन ने जीते 50 मेडल Chandigarh News
जिंदगी में मुश्किल हालात ही इंसान को मजबूत और चैंपियन बनाते हैं। बात चाहे करियर की हो या खेल के मैदान की। खिलाड़ी को कड़ी मेहनत के दम पर ही मुकाम मिलता है।
चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। जिंदगी में मुश्किल हालात ही इंसान को मजबूत और चैंपियन बनाते हैं। बात चाहे करियर की हो या खेल के मैदान की। खिलाड़ी को कड़ी मेहनत के दम पर ही मुकाम मिलता है। चंडीगढ़ शहर ने नेशनल और इंटरनेशनल स्तर कई नामी खिलाड़ी तैयार किए हैं। शहर में कुछ ऐसी ही नई प्रतिभा तैयार हो रही हैं। दिल्ली पब्लिक स्कूल में छठी क्लास का होनहार नितिन रोलर स्केटिंग का उभरता खिलाड़ी है।
प्रतिभा ऐसी कि बीते पांच साल में 50 से अधिक मेडल जीत चुका है। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में नितिन ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने में परिवार ने बहुत सहयोग दिया, लेकिन मंजिल अभी दूर है। उन्होंने कहा कि वह इंटरनेशनल स्तर पर मेडल जीतकर पिता आनंद के सपने को पूरा करना चाहता है। पिता भी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। स्केटिंग के साथ ही नितिन शानदार एथलीट भी हैं। वह भविष्य में 800 और 1500 मीटर की लंबी दौड़ (एथलीट) की तैयारी में जुटा है।
हर रोज चार घंटे कड़ी प्रेक्टिस
नितिन ने आठ साल की उम्र में ही स्केटिंग शुरू कर दी। टीवी पर स्केटिंग देखते हुए इन्हें इस खेल से लगाव हो गया। नितिन ने बताया कि सुबह चार से छह और फिर शाम को दो घंटे प्रेक्टिस करता हूं। पिता ही मेरी प्रेक्टिस और सभी इवेंट्स में साथ जाते हैं। मां पवन रानी डाइट का ध्यान रखती हैं, तो बढ़ा भाई जतिन पढ़ाई का नुकसान नहीं होने देता। खेल के साथ ही नितिन पढ़ाई में भी काफी इंटेलीजेंट है। अन्य गतिविधियों में भी कई मेडल और ट्रॉफी जीते हैं।
नितिन के मेडल की बढ़ रही संख्या
सेक्टर-38 वेस्ट में रहने वाले नितिन ने 12 साल की उम्र में ढेरों मेडल से कमरे को सजा दिया हैं। बीते 18 से 24 दिसंबर को नितिन ने आंध्रप्रदेश में आयोजित नेशनल रोलर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया है। स्टेट और नेशनल लेवल पर सात गोल्ड मेडल के अलावा छह सिल्वर और 3 ब्रांज मेडल भी जीते हैं। नितिन के अनुसार स्केटिंग के साथ अब वह एथलीट चैंपियनशिप के लिए भी तैयारी कर रहा है।
प्रतिदिन सेक्टर-7 स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में तैयारी कर रहे हैं। नितिन का परिवार मूल रूप से हरियाणा के पानीपत जिले के साहपुर गांव का निवासी है। पिता आनंद सिंह सेक्टर-15 स्थित ओल्ड बुक मार्केट में पुरानी किताबों की सेल का काम करते हैं।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें