गांव गाजीपुर में तीन एकड़ में बनेगा नया एसटीपी
जीरकपुर में सिघपुरा का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) छोटा पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, जीरकपुर : जीरकपुर में सिघपुरा का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) छोटा पड़ रहा है। बरसात के दिनों में इसमें ज्यादा पानी पहुंचता है। कई कॉलोनियों का सीवरेज इसलिए सीधे नालों में छोड़ना पड़ रहा है। बीते दो साल से सिघपुरा का एसटीपी ओवरफ्लो हो रहा था। अब इसका हल करने के लिए परिषद ने तैयारी कर ली है। नए एसटीपी के लिए 27 करोड़ की राशि मंजूर हुई है। यह एसटीपी गांव गाजीपुर के पास एमसी की तीन एकड़ जमीन पर बनेगा। एसटीपी स्थापित करने के बाद आधे से ज्यादा शहर को इसका फायदा होगा। इसका निर्माण कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा। सिंघपुरा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 17 एमएलडी
ध्यान रहे कि जीरकपुर शहर के लिए सिघपुरा में जब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया था उस समय सात मिलियन लीटर सीवरेज रोजाना डिस्चार्ज होता था। 10 अक्टूबर 2013 को शुरू हुए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 17 एमएलडी है। इस समय इस एसटीपी में रोजाना करीब 15 एमएलडी सीवरेज डिस्चार्ज किया जाता है। अब वह ओवरफ्लो हो रहा है। बरसात के दिनों में इसमें 25 एमएलडी तक सीवरेज पहुंचता है। दो साल में शुरू होगा नया ट्रीटमेंट प्लांट
पंजाब वाटर सप्लाई एवं सीवरेज विभाग के एडीओ एसके शर्मा ने बताया कि बलटाना का एरिया सिघपुरा से 38 फीट की उंचाई पर है। बलटाना, पीरमुछल्ला भी गाजीपुर से सात फीट की उंचाई पर है। इन दोनों ही जगहों से गाजीपुर में सीवरेज की मेन लाइन रही है। यहां नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम सही निर्णय है। टेंडर प्रकिया पूरी हो जाने के बाद दो साल में यह चालू हो जाएगा।