पद संभालते ही नए DGP ने दिखाए कड़े तेवर, कहा- आतंकियों व पाकिस्तान से निपटना बड़ी चुनौती
पंजाब के नए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने पद संभालते ही कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और आतंकियों से निपटना बड़ी चुनौती है। इससे हम निपटेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के नए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने पद संभालते ही कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने पाकिस्तान और आतंकियों से निपटने को सबसे बड़ी चुनौती करार दिया है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों और आतंकियों के खतरे निपटेंगे।
पाकिस्तान करता है पंजाब में माहौल बिगाडऩे की कोशिश
डीजीपी का पदभार संभालने के बाद दिनकर गुप्ता ने अनौपचारिक बातचीत में पाकिस्तान के साथ पांच सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी सीमा पास से आने वाले आतंकियों, नशा तस्करों आदि पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार पंजाब के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जाती रहती है। ये पंजाब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।
पंजाब की 80 हजार पुलिस फोर्स किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार
दिनकर गुप्ता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पंजाब की 80 हजार पुलिस फोर्स किसी भी स्थिति और पाकिस्तान की हरकतों से निपटने के लिए तैयार है। उन्हें पता है कि खालिस्तानी समर्थकों को साथ लेकर पाकिस्तान पंजाब के युवाओं को बरगलाने और पंजाब में माहौल बिगाडऩे की कोशिश करता रहता है। पिछले कुछ महीनों में जो घटनाएं पंजाब में हुई हैं वे साबित करती हैं कि विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों के साथ मिलकर पाकिस्तान ही ये सब कुछ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि किसी भी मूवमेंट को लेकर अगर कोई शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट होता है तो ऐसे में उन्हें कोई भी एतराज नहीं है। जहां पर भी पंजाब की शांति और कानून-व्यवस्था के लिए कोई भी खतरा खड़ा करने की कोशिश करेगा तो पंजाब पुलिस उससे सख्ती से निपटेगी।
कई चुनौतियों का करना पड़ सकता है सामना
दिनकर गुप्ता के सामने चुनौतियां भी बहुत हैैं। निवर्तमान डीजीपी सुरेश अरोड़ा की तरह बाहर वालों से कम बल्कि अपनों से ज़्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सबसे बड़ी चुनौती एसटीएफ चीफ मुस्तफा को साथ लेकर चलने की होगी। बीते समय में भी एसटीएफ चीफ व सुरेश अरोड़ा के रिश्ते अच्छे नहीं थे। इसके अलावा डीजीपी बनने से रह गए कई अधिकारी ऐसे हैैं जो दिनकर के बॉस रह चुके हैैं।
इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनाव, बेअदबी और बहिबलकलां व कोटकपूरा (फरीदकोट) गोलीकांड में दोषियों को गिरफ्तार करने की चुनौती भी सामने है। दूसरी तरफ दिनकर डीजीपी बनने के बाद इंटेलिजेंस चीफ के लिए भी दौड़ शुरू हो गई है।