नीलेकणी से मिले सिद्धू, मोहाली में इन्फोसिस कैंपस शुरू करने का मुद्दा उठाया
फोटो : -नीलकेणी ने दिया भरोसा, इन्फोसिस के सीईओ से करेंगे बात ---- राज्य ब्यूरो, चंडीगढ
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-नीलकेणी ने दिया भरोसा, इन्फोसिस के सीईओ से करेंगे बात
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इन्फोसिस के सह संस्थापक नंदन नीलेकणी से बेंगलुरु में मुलाकात की। इस दौरान सिद्धू ने पंजाब की 167 शहरी स्थानीय इकाइयों का ई-गवर्नेस से स्वरूप बदलने पर विचार-विमर्श किया। साथ ही उन्होंने मोहाली में इन्फोसिस का कैंपस शुरू करने का मुद्दा भी उठाया। नीलकेणी ने कहा कि आइटी क्षेत्र की विकास दर 35 फीसद से 5 फीसद पर आ जाने के बावजूद वह इन्फोसिस के सीईओ से बातचीत करेंगे।
सिद्धू ने नागरिकों को डिजिटल ढंग से सेवाएं मुहैया करवाने की महत्ता पर जोर दिया। वहीं कई अन्य पहलुओं जैसे कि लाइटिंग प्रणाली में सुधार, मच्छरों की रोकथाम, लावारिस कुत्तों की समस्या से निपटने, वेस्ट मैनेजमेंट में सुधार और सड़कों के गड्ढों पर भी ध्यान केंद्रित किया। इन सेवाओं के संबंध में लोगों को अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जल्द ही एक एप भी शुरू किया जाएगा। नीलकेणी ने डिजिटल व तकनीकी क्षेत्र के अपने अनुभवों के आधार पर इस बात से सहमति जताई कि इस प्रोजेक्ट को लाभप्रद बनाने के लिए सामर्थ्य में विस्तार बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि फरवरी में ई-गवर्नमेंट्स फाउंडेशन के साथ पंजाब भर की शहरी स्थानीय इकाइयों के कामकाज में ई-गवर्नेस अपनाए जाने संबंधी एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए थे। नीलेकणी इसके संस्थापकों में से हैं। फाउंडेशन ने साल 2003 में अपने अस्तित्व में आने के बाद देश भर में 325 से ज्यादा शहरी स्थानीय इकाइयों का कायाकल्प किया है। अब पंजाब म्युनिसिपल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी (पीएमआइडीसी) के साथ भागीदारी करके 67 सेवाएं 12 मॉड्यूल के अंतर्गत मुहैया कराने का संकल्प किया है।
स्थानीय निकाय मंत्री ने बताया कि टीसीएस की ओर से 500 आइटी माहिरों की सेवाएं सूबे की शहरी स्थानीय इकाइयों का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए ली जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि हर म्युनिसिपल निगम के साथ 10, मध्यम स्तर की हर म्युनसिपल कौंसिल के साथ 5, लघु स्तर की कौंसिल व नगर पंचायत के साथ 2 माहिर तैनात किए जाएंगे। इन्फोसिस का मोहाली में 55 एकड़ क्षेत्रफल में फैला एक कैंपस है जो कि अभी तक चालू नहीं हुआ है।